ऋषिकेश। भूस्खलन से रानीपोखरी-नरेन्द्रनगर मार्ग बंद हो गया है, जबकि बीन नदी के उफनाने से चीला-हरिद्वार वैकल्पिक मार्ग करीब तीन घंटे तक बाधित रहा। यहीं हाल नीलकंठ मोटर मार्ग का रहा। गट्टूघाट के पास मलबा गिरने से दो घंटे तक आवाजाही बाधित रही। उधर,गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर भी बुधवार को दिनभर मलबा गिरता रहा। भूस्खलन के चलते मार्ग बाधित होने का सिलसिला फिर शुरू हो गया है। बुधवार सुबह सात बजे मलबा गिरने से रानीपोखरी-नरेन्द्रनगर मार्ग बंद हो गया है। सड़क धंसने से मार्ग खुलने में समय लगेगा। बुधवार को मार्ग से मलबा हटाने के साथ धंसी सड़क मरम्मत का कार्य किया गया, लेकिन बारिश के चलते दिक्कत आई। गुरुवार को ही मार्ग खुलने की उम्मीद है। बरसाती बीन नदी उफान पर होने से बुधवार सुबह छह बजे मार्ग पर आवाजाही बंद हो गई। जलस्तर घटने पर करीब तीन घंटे बाद बड़े वाहन ही मार्ग पर चल पाये। सुबह सात बजे गट्टूघाट के पास भी मलबा आने से नीलकंठ मार्ग बाधित हो गया। करीब दो घंटे बाद मार्ग खुल पाया। मार्ग बाधित होने से सफर करने वालों की दिनभर फजीहत रही। उधर,ऋषिकेश-गंगोत्री एवं ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर भी दिनभर मलबा गिरता रहा। हालांकि जेसीबी की मदद से मलबा हटाया जाता रहा। लेकिन इससे जाम लगने के साथ वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही। एनएच के सहायक अभियंता ललित मोहन बेंजवाल ने बताया कि बारिश के चलते विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन हो रहा है। बाधित मार्ग को तुरंत खोला जा रहा है।