रावण ने किया माता सीता का हरण
दुगड्डा में आयोजित रामलीला का चौथा दिन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा में चल रही रामलीला के नौवें दिन सीता हरण का मंचन किया गया। इस दौरान रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी। पूरा पंडाल जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा।
रामलीला मंचन का शुभारंभ क्षेत्रीय विधायक रेणु बिष्ट ने किया। रामलीला मंचन की शुरूआत मां दुर्गा की झांकी से हुई। रामलीला मंचन के प्रथम दृश्य में सूपर्नखा पंचवटी में पहुंचती है, जहां पर वह राम-लक्ष्मण से शादी करने का प्रस्ताव रखती है। जिस पर लक्ष्मण क्रोधित होकर सूपर्नखा की नाक काट देते है। सूपर्नखा अपने भाई खर व दूषण के पास जाकर अपनी नाक काटने का बदला लेने के लिए कहती है। खर व दूषण राम से बदला लेने आते हैं। लेकिन, वे राम के हाथों मारे जाते है। तब सूपर्नखा रावण के पास जाती है। रावण मामा मारीच के पास जाकर मायावी हिरन बनने के लिए कहते हैं। मामा मारीच मायावी हिरन का रूप धारण कर पंचवटी पहुंचता है। सीता के आग्रह पर राम मायावी हिरन को पकड़ने के लिए जाते है। जंगल से राम की पुकार सुन लक्ष्मण जंगल की ओर जाते हैं। इस बीच रावण साधु का भेष धारण कर पंचवटी पहुंचता है और सीता का हरण कर देता है। इस मौके पर प्रदीप बडोला, संजीव कोटनाला, राहुल जैन, वीरेंद्र शाह, अनूप गुप्ता मौजूद रहे।