बुराई पर हुई अच्छाई की जीत, धू-धू कर जला रावण
कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया विजयादशमी का पर्व
ग्रास्टनगंज में दशहरा मेला देखने के लिए उमड़ी रही शहरवासियों की भीड़
जयन्त प्रतिनिधि ।
कोटद्वार : न्याय की अन्याय पर, सदाचार की दुराचार पर, धर्म की अधर्म पर, गर्व की अहंकार पर, अच्छाई की बुराई पर, सत्य की असत्य पर और अंधकार पर उजाले के विजय का प्रतीक विजय दशमी का पर्व शनिवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर ग्रास्टनगंज में आयोजित दशहरा मेले में बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया गया। पूरा मैदान जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा। इसके पूर्व राम-रावण के भयंकर युद्ध का भी दर्शकों ने आनंद उठाया।
ग्रास्टनगंज में आयोजित दशहरे मेले में शनिवार सुबह से ही दुकानें व फड़ सजने लगी। इस दौरान लोगों की मेले में खूब चहल पहल रही। शाम ढलने के साथ ही ग्रास्टनगंज स्थित दशहरा मेला स्थल खचाखच भर गया। देर शाम नगर क्षेत्र दो अलग-अलग रामलीला कमेटियों की ओर से बनाए गए रावण के दो अलग-अलग पुतलों का दहन किया गया। इससे पूर्व भगवान श्रीराम और दशानन के बीच युद्ध शुरू हुआ तो रामलीला मैदान में पांव रखने भर की जगह नहीं बची थी। राम-रावण युद्ध के बीच-बीच में जय श्रीराम के जयकारे लगते रहे। भगवान राम ने जैसे ही रावण के नाभिकुंड में तीर मारा तो रावण का विशालकाय पुतला धू-धू कर जलने लगा पुतला दहन को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ उमड़ी रही। वहीं पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। मेले को लेकर सबसे अधिक उत्साह बच्चों में बना हुआ था।