रामलीला में हुआ रावण तप का मंचन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दुगड्डा में आयोजित रामलीला के तीसरे दिन रावण तप के साथ ही सीता जन्म की लीला का मचन किया गया। रामलीला देखने के लिए दर्शकों की भारी भीड़ उमड़ी हुई थी।
लीला का आरंभ समाज सेवी आशीष नेगी और अतुल अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। तत्पश्चात भगवान कृष्ण की झांकी दिखाई गई। उसके बाद लीला के अंतर्गत रावण, कुंभकर्ण व विभीषण का वर मांगना से राजा जनक के घर सीता जन्म होना, राजा दशरथ द्वारा कोई संतान न होने पर व्याकुल होना और ऋषि मुनियों से इस संबंध में कहना, मुनियों द्वारा राजा दशरथ को यज्ञ की सलाह देना, यज्ञ के बाद राजा दशरथ का तीनों रानियों को प्रसाद खिलाना और राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न का जन्म लेना और चारों भाइयों को मुनि विश्वमित्र के आश्रम में धनुर्विद्या का ज्ञान ग्रहण करने के लिए भेजने तक की लीला का मंचन किया गया। इस दौरान पात्रों ने अपने अभिनय से दर्शकों को देर रात तक लीला में बांधे रखा। लीला मंचन में रामलीला कमेटी अध्यक्ष प्रदीप बडोला, संदीप कोटनाला, सन्नी राजपूत, नरेंद्र शहनाई, वीरेंद्र शाह, संदीप नेगी और अनूप गुप्ता ने भी सहयोग दिया।