राजस्थान से रवनीत बिट्टू बने राज्यसभा सांसद, निर्विरोध हुई जीत, कांग्रेस ने नहीं उतारा अपना उम्मीदवार
नई दिल्ली , केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू आज राजस्थान से राज्यसभा सभा सांसद बन गए हैं। राज्यसभा सीट के लिए नामांकन की आज आखिरी तारीख थी। बिट्टू के सामने कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा। वह निर्विरोध ही राज्यसभा सदस्य चुने गए हैं। रवनीत सिंह बिट्टू लंबे समय तक कांग्रेस में रहे हैं। वह हाल ही में लोकसभा का चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। चुनाव में हार के बावजूद उन्हें केंद्रीय मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी।
निर्विरोध जीत के बाद उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र समेत पार्टी के सभी शीर्ष नेताओं को धन्यवाद किया। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, ‘मुझे राज्यसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान दिया। यह अवसर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुझ पर रखे गए विश्वास और भरोसे का प्रमाण है और इसके लिए मैं वास्तव में आभारी हूं। राजस्थान के लोगों से मेरा निवेदन है कि मैं यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम करूंगा कि आपकी आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को न केवल सुना जाए बल्कि सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जाए।’
निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन रद्द
इस उपचुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। इसमें बीजेपी नेता सुनील कोठारी ने खुद ही अपना नामांकन वापस ले लिया था। इनके बारे में पहले ही कहा जा रहा था कि इन्होंने डमी उम्मीदवार के तौर पर नामांकन कराया है। वहीं गुरूवार को जांच के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी बबीता वाधवानी का नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया था। ऐसे में बिट्टू ही चुनावी मैदान में बचे और निर्विरोध जीत चुन लिए गए। इस उप चुनाव में विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा था। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आज यानी 27 अगस्त को 3 बजे तक ही थी। इससे पहले इस सीट से कांग्रेस के नेता केसी वेणुगोपाल राज्यसभा सांसद थे। उनके लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद ये सीट खाली हो गई थी। इसके बाद इस सीट पर ये उपचुनाव हुआ है। बिट्टू की सदस्यता का कार्यकाल 21 जून 2026 तक रहेगा।