दुनिया में 104 देशों तक पहुंचा डेल्टा वैरिएंट, कई देशों में ढाया कहर
जिनेवा, एजेंसी। दुनिया में पहली बार भारत में पाया गया डेल्टा वैरिएंट अब कई देशों में बहुत तेजी से फैल रहा है। इसका प्रसार दुनिया के लिए चिंता का सबब बनता जा रहा है। यह चिंता इसलिए भी है, क्योंकि इस पर कोरोना के बाकी वैरिएंट के मुकाबले वैक्सीन भी कम असरदार है। कई ऐसे देश जहां जिंद्गी वापस पटरी पर लौटती दिखने लगी थी वहां भी इस वैरिएंट की वजह से स्थिति गंभीर होती जा रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेबरेसस ने कहा है कि कोविड-19 का नया डेल्टा वैरिएंट विश्वभर में तेजी से फैल रहा है। उन्होंने आगाह किया कि यह वैरिएंट 104 देशों तक पहुंच गया है। इसके जल्द ही पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के सबसे हावी वेरिएंट बनने की आशंका है। टेड्रोस ने कहा कि पिछला सप्ताह ऐसा चौथा सप्ताह था, जब विश्व भर में कोविड-19 के मामले बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी रहा।
उन्होंने कहा कि डेल्टा वैरिएंट तेजी से फैल रहा है, लेकिन हर जगह स्थिति एक ही नहीं है। संगठन प्रमुख ने कहा, हम दो-ट्रैक पर चल रही महामारी के बीच हैं। उन्घ्होंने कघ्हा कि जिन जगहों पर ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ है, वहां पर भी डेल्टा वेरिएंट फैल रहा है। खासतौर पर ये वेरिएंट उन लोगों को संक्रमित कर रहा है, जो वैक्सीनेट नहीं हैं। इस वजह से स्वास्थ्य सिस्टम पर दबाव बढ़ रहा है। वहीं, जिन मुल्कों में वैक्सीनेशन की दर बेहद कम है, वहां हालात और भी खराब हैं। उन्होंने इस बात की भी चेतावनी दी कि डेल्टा वेरिएंट अधिक संक्रामक है, इसलिए इससे बचना बेहद जरूरी है।
संगठन प्रमुख ने कहा 10 सप्ताह तक मामलों में कमी आने के बाद इस तरह मामले बढ़ने से चिंता बढ़ गई है। उन्घ्होंने कहा कि कोविड-19 लगातार बदल रहा है और अधिक संक्रामक होता जा रहा है। आज मेरा संदेश यह है कि हम एक बिगड़ती सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति का सामना कर रहे है। उन्घ्होंने कहा कि यह आगे चलकर जीवन, आजीविका और वैश्विक आर्थिक सुधार के लिए खतरा बन सकती हैं। संगठन प्रमुख ने कहा कि यह उन स्थानों के लिए और भी बदतर है, जहां वैक्सीन कम हैं और संक्रमण का कहर अब भी जारी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक महामारी से निपटने के लिए दुनिया को एकसाथ आना होगा।