पुण्यतिथि पर मंगलदेव ध्यानी को किया याद
आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर से आयोजित किया गया कार्यक्रम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आर्य गिरधारीलाल महर्षि दयानंद ट्रस्ट की ओर से ट्रस्ट के संस्थापक डॉ. मंगलदेव ध्यानी की आठवीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने समाज सेवा के लिए मंगलदेव ध्यानी के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
शनिवार को सिम्मलचौड़ स्थित कर्मबीर भारतीय पुस्ताकलय में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेन्द्र लाल आर्य ने डॉ. मंगलदेव ध्यानी के साथ बीते क्षणों को साझा करते हुए कहा कि वे लंबे वक्त तक आर्य उप प्रतिनिधि सभा गढ़वाल के संरक्षक रहे। आर्य समाज के प्रत्येक कार्यक्रम में वह बढ़-चढ़कर भाग लेते थे। भारतीय दलित साहित्य अकादमी दिल्ली द्वारा उन्हें महात्मा ज्योतिबा फूले नेशनल फेलोशिप अवार्ड- 2010 से भी सम्मानित किया गया था। साथ ही ” महर्षि दयानन्द सरस्वती स्मृति सम्मान ” के साथ ही उन्हें कई अन्य सम्मान भी मिले। विशिष्ट अतिथि आर्य समाज कोटद्वार के पूर्व प्रधान आशुतोष वर्मा ने कहा कि डॉ. मंगलदेव ध्यानी आर्य समाज कोटद्वार के सक्रिय सदस्य थे, वे आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती के अनुयायी थे। मुख्य अतिथि प्रोफेसर नन्दकिशोर ढोंडियाल कहा कि डॉ. मंगलदेव ध्यानी जीवनभर भरत नगर चरेख़ में जड़ी बूटी शोध संस्थान एवम कोटद्वार भाबर में सिंचाई के लिए गंग नहर लाने की लड़ाई लड़ते रहे, वे 90 वर्ष की अवस्था मे अस्वस्थ होने के बाबजूद भी पौड़ी ज़िले की समस्त 15 ब्लॉकों में जाकर ग्रामीणों का मार्गदर्शन किया करते थे। पीएल खंतवाल ने उन्हें बहुआयामी प्रतिभा का धनी बताया कहा कि वह विपरीत परिस्थितियों में भी समाज को नई दिशा देने का कार्य करते थे। इस अवसर पर समाज सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए समाजसेवी सुरेन्द्र लाल आर्य व साहित्य के लिए वयोवृद्ध चक्रधर कुकरेती को डॉ. मंगलदेव ध्यानी स्मृति सम्मान-2022 से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र भेंट कियेकिया गया। श्रद्धांजलि देने वालों में सत्याप्रकाश थपलियाल, शूरबीर सिंह खेतवाल, शिवकुमार, विकास आर्य, जनार्दन बुडाकोटी, अंकित बिंजोला आदि मौजूद रहे।
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