जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार बेस चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे एक मरीज में रेबीज के लक्षण नजर आने पर उसे देहरादून रेफर किया गया है। क्षेत्र में रेबीज पीड़ित मरीज के पहुंचने की जानकारी चिकित्सालय प्रशासन की ओर से नगर निगम को भी दी गई है।
कोटद्वार क्षेत्र की सड़कों में भटकने वाले मानसिक रूप से कमजोर एक युवक को सुबह बेस चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में लाया गया। युवक की हरकत देख मौजूद चिकित्सक को युवक में रेबीज का संदेश हुआ तो चिकित्सक ने फिजीशियन डा. जेसी ध्यानी को मामले की सूचना दी। डा. ध्यानी ने युवक से बातचीत की तो पता चला कि करीब एक माह पूर्व उसे बाजार में कुत्ते ने काट दिया था। इमरजेंसी वार्ड में मौजूद युवक पानी से भी डर रहा था, जो कि रेबीज का ही लक्षण है। चिकित्सालय प्रशासन ने तत्काल आकस्मिक चिकित्सा सेवा वाहन 108 के जरिए युवक को देहरादून के लिए रेफर कर दिया। इधर, पशु चिकित्सक डा. बीएम गुप्ता ने बताया कि क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी के दौरान कुत्ते आक्रामक हो जाते हैं। घर में रखे गए कुत्तों को पानी व भोजन मिल जाता है। साथ ही घरेलू कुत्तों में एंटी रैबीज इंजेक्शन लगे रहते हैं। लेकिन, आवारा कुत्तों को कई बार पानी भी नहीं मिल पाता, इससे वे आक्रामक हो जाते हैं व काट लेते हैं। सामान्यत: आवारा कुत्ते को देख इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वह रेबीज से पीड़ित है। ऐसे में आवारा कुत्ते द्वारा काटे जाने पर एंटी रेबीज के इंजेक्शन अवश्य लगाए जाने चाहिए।