खानापूर्ति बना अभियान, फिर फैला अतिक्रमण
निगम के लाख दावे के बाद भी शहर से नहीं हट रहा अतिक्रमण
लगातार बढ़ रहे अतिक्रमण से आम जन का पैदल चलना भी हुआ मुश्किल
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। भले ही नगर निगम शहर में फैले अवैध अतिक्रमण को हटाने के दावे कर रहा हो, लेकिन हकीकत यह है कि नगर निगम का अतिक्रमण हटाओ अभियान केवल खानापूर्ति बनकर रह गया है। हालत यह है कि अभियान समाप्त होते ही दोबारा सड़कों पर अवैध अतिक्रमण होने लगा है। कई स्थानों पर आमजन को पैदल चलने तक का रास्ता नहीं मिल पा रहा है।
पिछले कुछ दिनों से नगर निगम की ओर से अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई की जा रही है, इसके तहत टीम की ओर से लगातार व्यापारियों के चालान भी काटे जा रहे हैं। लेकिन शहर में अभियान समाप्त होते ही रेहड़ी-ठेली व अन्य व्यापारी दोबारा सड़क पर दुकानें सजा रहे हैं। ऐसे में निगम की कार्रवाई केवल खानापूर्ति बनकर ही रह गई है। सबसे अधिक परेशानी गोखले मार्ग, स्टेशन रोड, नजीबाबाद रोड, पटेल मार्ग पर बनी हुई है। इन सभी स्थानों पर अतिक्रमण के कारण आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सड़क किनारे खड़ी रेहड़ी-ठेली के कारण राहगिरों को सड़क के बीच से होकर गुजरना पड़ता है। ऐसे में हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। क्षेत्रवासी सोहन सिंह, संतोष कुमार ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व नगर निगम ने रेहड़ी-ठेलियों के लिए नजीबाबाद रोड स्थित गाड़ीपड़ाव में व्यवस्था बनाई थी, लेकिन आज तक गाड़ीपड़ाव की मंडी आबाद नहीं हो पाई है। रेहड़ी-ठेली संचालक पूरे दिन सड़कों पर घूमते रहते हैं।
बॉक्स समाचार
यातायात व्यवस्था हो रही प्रभावित
सड़क की सड़कों पर फैले अतिक्रमण के कारण यातायात व्यवस्था प्रभावित हो रही है। सड़कों पर पूरे दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। अतिक्रमण को हटाने के साथ ही यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए स्थानीय लोग कई बार पुलिस व निगम से शिकायत भी कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। ऐसे में शहरवासियों की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है।
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