शहीदों के स्वजनों को किया सम्मानित
सैनिक कल्याण,एवं पुर्नवास की और मनाया गया शौर्य दिवस
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास की ओर से कारगिल दिवस को शौर्य दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान शहीदों के स्वजनों को सम्मानित किया। वक्ताओं ने कहा कि देश की रक्षा में दिए गए सैनिकों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
प्रक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ लैंसडौन विधायक दलीप सिंह रावत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। उन्होंने कहा कि सीमा पर खड़े वीर जवानों के कारण ही आज हमारा देश सुरक्षित है। देश के लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले वीर सैनिकों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। कार्यक्रम में शहीद सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने भी मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर भूतपुर्व सैनिक व गढ़वाल राइफल के कई अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, पूर्व सैनिक सेवा परिषद की ओर से कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन कर कारगिल वीरों की शहादत को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।बद्रीनाथ मार्ग स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि आज के ही दिन वर्ष 1999 में भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कर रहे पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ दिया था और ऑपरेशन विजय के हिस्से के रूप में टाइगर हिल और अन्य चौकियों पर कब्जा किया था। कहा कि देश उन वीरों की शहादत को नहीं भूल सकता। कार्यक्रम में कारगिल शहीद देवेंद्र सिंह रावत के पिता दरबान सिंह रावत, अनिल सिंह रावत के छोटे भाई गणेश सिंह रावत और वीर नारी सावित्री देवी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जीके बड़थ्वाल, सीपी डोबरियाल, अनूप बिष्ट, उम्मेद सिंह, सुरेश रावत, गोपाल नेगी, शूरवीर खेतवाल और प्रदीप बलूनी सहित परिषद के सभी सदस्य मौजूद रहे।