थराली में युद्धस्तर पर जारी राहत एवं बचाव अभियान

Spread the love

मुख्यमंत्री के निर्देश पर डटी टीमें, सीएम ले रहे पल-पल की अपडेट
मुख्य सचिव पहुंचे राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : थराली में भारी बारिश के कारण थराली बाजार और आसपास के क्षेत्रों में आए मलबे के बीच राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, एसएसबी, आईटीबीपी की विभिन्न टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं। मुख्यमंत्री स्वयं रेस्क्यू अभियान की निगरानी करते हुए मुख्य सचिव आनंद बद्र्धन, सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी से लगातार पल-पल की अपडेट ले रहे हैं।
वहीं शनिवार सुबह मुख्य सचिव आनंद बद्र्धन ने राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर थराली में संचालित राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी से अपडेट लिया। उन्होंने आपदा के बाद जल्द से जल्द थराली में स्थिति को सामान्य करने, राहत और बचाव कार्यों को त्वरित गति से संपादित करने, स्थानीय लोगों तक मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्यों में किसी भी स्तर पर कमी नहीं रहनी चाहिए। जो भी संसाधनों की आवश्यकता है, उन्हें तत्काल घटनास्थल में तैनात किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी को स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने के निर्देश देते हुए थराली में पेयजल, विद्युत और संचार आपूर्ति को तत्काल बहाल करने तथा सभी विभागों, एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन को आपसी समन्वय से राहत और बचाव कार्यों को संचालित करने को कहा। उन्होंने जिलाधिकारी से राहत एवं बचाव कार्यों हेतु शासन स्तर पर किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए तुरंत अवगत कराने के निर्देश दिए। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि थराली तहसील क्षेत्र के टूनरी गदेरे में शुक्रवार देर रात्रि करीब डेढ़ बजे अतिवृष्टि से थराली बाजार और आसपास के क्षेत्र में भारी मलबा आ गया था। मलबे की चपेट में आने से एसडीएम आवास सहित कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। चेपड़ो बाजार, कोटद्वीप बाजार में दुकानों में मलबा भर गया। कई वाहन भी मलबे में दब गए। सूचना मिलते ही राहत और बचाव कार्य के लिए जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। वहीं एसडीआरएफ और एनडीआरफ की टीम आपदा क्षेत्र के लिए रवाना हो गई है। कर्णप्रयाग ग्वालदम सड़क को भारी बारिश के चलते कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसे सुचारू करने का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने जताया दु:ख
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन ने बताया कि इस दुखद हादसे में अब तक एक युवती का शव बरामद किया जा चुका है। चेपड़ो बाजार में एक अन्य लापता व्यक्ति की तलाश की जा रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मलबे में दबने से युवती के निधन पर गहरा दु:ख प्रकट करते हुए एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना पर उनके सुरक्षित व सकुशल होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने थराली के निवासियों से धैर्य बनाएं रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव दलों द्वारा युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। सरकार इस मुश्किल घड़ी में थराली के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि थराली में जिन लोगों के भी भवन खतरे की जद में हैं, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ठहराया जाए तथा उनके रहने, भोजन, चिकित्सा आदि की समुचित व्यवस्था की जाए।

एसईओसी से निगरानी, तड़के कंट्रोल रूम पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी की जा रही है। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन सुबह ही कंट्रोल रूम पहुंचे और जिलाधिकारी से घटना की पूरी जानकारी ली। वे लगातार मुख्यमंत्री को रेस्क्यू अभियान की पल-पल जानकारी दे रहे हैं। अपर सचिव/अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो. ओबैदुल्लाह अंसारी सुबह पांच बजे कंट्रोल रूम पहुंचे। उन्होंने तुरंत सेना, एसएसबी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को ग्राउंड जीरो के लिए रवाना किया। वे ग्राउंड जीरो पर कार्य कर रहीं राहत एवं बचाव कार्य कर रहीं विभिन्न एजेंसियों के साथ लगातार समन्वय बनाए हुए हैं।

हेलीकॉप्टर को रखा गया स्टैंडबाय में
वर्तमान तक प्राप्त सूचना के अनुसार 10 से 12 घरों में अत्यधिक मलबा आया है तथा 20 से 25 घरों में आंशिक जल भराव और मलबा आया है। दो घर पूर्णत: क्षतिग्रस्त हुए हैं। आसपास की सड़कों और मार्गों पर भी काफी मलबा जमा है। 10 अलग-अलग मुख्य मार्ग बाधित हुए हैं। विद्युत पोलों व तारों को क्षति पहुंची है। फिलहाल विद्युत सप्लाई बंद की गई है। स्थिति सामान्य होने पर विद्युत आपूर्ति को सुचारू से किया जाएगा। मलबा हटाने के लिए पांच जेसीबी मौके पर कार्य कर रही हैं। गौचर में यूकाडा के हेलीकॉप्टर को स्टैंडबाय में रखा गया है। फिलहाल मौसम खराब होने के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाए हैं।

150 से अधिक लोग प्रभावित, तहसील में ठहराया गया
उक्त घटना में लगभग 150 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। इन्हें तहसील परिसर में ठहराया गया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर यहां उनके लिए भोजन, पानी, चिकित्सा के साथ ही अन्य मूलभूत जरूरतों की व्यवस्था की गई है। वहीं राहत शिविर हेतु जिलाधिकारी ने सतलुज जल विद्युत निगम का विश्राम गृह व कार्यालय परिसर कुलसारी और गढ़वाल मण्डल विकास निगम देवाल को तत्काल प्रभाव से अधिकृत करने के आदेश दिए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *