स्वतन्त्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष और बलिदान को याद किया
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि में जन जातीय गौरव दिवस पर स्वतन्त्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा के संघर्ष और बलिदान को याद किया गया।
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण बोर्ड ने एसीएल सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गढ़वाल विवि के प्रति कुलपति प्रो. आरसी भट्ट ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि देश के अमृतकाल में आजादी के कई महापुरुषों के योगदान को याद करने की पहल भारत सरकार से की है, बिरसा मुंडा को समर्पित जन जातीय दिवस इसी का परिणाम है। उन्होंने कहा कि स्वतन्त्रता की सशक्त क्रान्ति में बिरसा मुंडा और जनजातीय समाज का अह्म्म योगदान रहा है। स्वतन्त्रता के लिए उनका प्रतिरोध ब्रिटिश शासन के लिए चुनौती बना ऐेसे में उनके जन्मदिवस को उत्सव के रूप में मनाना एक सार्थक पहल है। इस अवसर पर गढ़वाल विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी ने कहा कि जन जातीय दिवस बहादुर जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृतियों को भी समर्पित है ताकि भावी पीढ़ियां देश के खातिर उनके बलिदान के बारे में जान सकें। इस अवसर पर मुख्य मानविकी विज्ञान विभाग की संकायध्यक्ष प्रो. हिमाशु बोड़ाई, राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रो. एमएम सेमवाल, डा. देवेन्द्र सिंह ने बिरसा मुंडा के जीवनवृत, देश के लिए उनके योगदान एवं जन जातीय गौरव दिवस की प्रांसगिकता पर अपने वक्तव्य रखे। कार्यक्रम का संयोजन डा. महेन्द्र बाबू ने किया। कार्यक्रम में उप अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. आरएस पाण्डेय ने उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर डा. नरेश कुमार, डा. कपिल पंवार, डा. रोहित महर सहित आदि मौजूद थे। (एजेंसी)