दिवंगत कमरेड बच्चीराम कौंसवाल को याद किया
देहरादून। दून के विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने रविवार को दिवंगत कमरेड बच्चीराम कौंसवाल को याद किया। उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित श्रद्घांजलि सभा में कमरेड कौंसवाल की जनआंदोलनों में भूमिका को सराहा गया। जन संवाद समिति मे बैनर तले आयोजित श्रद्घांजलि कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि बच्चीराम कौंसवाल बेशक एक राजनीतिक दल से जुड़े हुए थे, लेकिन उनका वैचारिक और सामाजिक फलक बहुत बड़ा था। उनके चाहने वालों में लगभग सभी पार्टियों के नेता शामिल थे और सभी पार्टियों में उन्हें सम्मान की नजरों से देखा जाता था। वे सीपीएम से जुड़े थे। वे कई जनआंदोलनों में शामिल रहे। पिछले महीने उनका निधन हो गया था। कमरेड बच्चीराम कौंसवाल को एक शिक्षक, एक पत्रकार, एक एक्टिविस्ट और पार्टी के एक समर्पित कार्यकर्ता के रूप में याद करते हुए सामाजिक और नागरिक आंदोलनों में उनकी भूमिका को याद किया गया। शिक्षकों को उनके अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने शिक्षक की नौकरी छोड़ दी थी। पौड़ी में पत्रकार उमेश डोभाल के हत्यारों को सलाखों के पीटे पहुंचाने तक वह लगातार संघर्ष के अगुवाई करते रहे। परिवार की जिम्मेदारियों के बावजूद वे लगातार आम लोगों के हित में आवाज उठाने में अगली पंक्ति में रहे। जनसंवाद समिति के सचिव सतीश धौलाखंडी और त्रिलोचन भट्ट ने जनगीत गाये। संचालन गीता गैरोला और वेदिका वेद ने किया। कांग्रेस के सुरेन्द्र अग्रवाल, सीपीआई के समर भंडारी, सीपीएम के गंगाधर नौटियाल, सुरेन्द्र सिंह सजवाण, सीपीआई एमएल के इंद्रेश मैखुरी, यूकेडी के ओमी उनियाल, सुनील ध्यानी, जनवादी महिला मंच की इंदु नौडियाल, नूरेसा अंसारी, चंदा ममगाईं, उमा नौटियाल, महिला मंच की कमला पंत एवं निर्मला बिष्ट, चेतना आंदोलन के शंकर गोपाल, भारत ज्ञान विज्ञान समिति की उमा भट्ट, सोबन सिंह रावत, विजय भट्ट, कमलेश खंतवाल, अखिल भारतीय किसान सभा के जाहिद अंजुम, नौजवान भारत सभा से गीतिका श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार योगेश भट्ट, अंबुज शर्मा, आशीष उनियाल, साहित्यकार जितेन्द्र भारती, वेदिका वेद, ष्णा खुराना, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच से प्रदीप कुकरेती, राम लाल खंडूरी, मोहन सिंह रावत, सुरेश सिंह नेगी, विजय प्रताप मल्ला, शीशराम कौंसवाल, कमरेड कौंसवाल के पुत्र मदन मोहन कौंसवाल, पुत्रवधू शोभा कौंसवाल, पोता अमन कौंसवाल, बेटी ममता कोठियाल सहित अनेक लोग शामिल थे।