जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : वर्तमान में मानसून सत्र के दौरान नदी-नालों पर सरकारी भूमि में किए गए अवैध अतिक्रमण के कारण जलभराव एवं बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने की संभावना बनी रहती है। इससे जनसामान्य के जीवन, कृषि तथा परिसम्पत्तियों को गंभीर क्षति पहुंचने का खतरा है। डीएम ने तीन दिन के अंदर नदी/नालों से अवैध अतिक्रमण हटाकर कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट जिलाधिकारी कार्यालय को देने को कहा है।
जनहित एवं आपदा प्रबंधन की दृष्टि से जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग प्रतीक जैन ने समस्त तहसीलों को निर्देशित किया कि प्रत्येक तहसील में तहसीलदार की अध्यक्षता में राजस्व विभाग, नगर पालिका/नगर पंचायत एवं सिंचाई विभाग की संयुक्त टीम तत्काल गठित की जाए। गठित संयुक्त टीम द्वारा विशेष अभियान चलाकर तीन दिन के भीतर नियमानुसार नदी/नालों पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए तथा की गई कार्यवाही का विस्तृत प्रतिवेदन फोटोग्राफ सहित जिलाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने कहा कि अवैध अतिक्रमण न केवल प्राकृतिक जल धाराओं के प्रवाह में बाधा उत्पन्न करते हैं बल्कि आपदा की स्थिति को और गंभीर बना देते हैं। अत: सभी संबंधित विभाग संयुक्त रूप से समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें, ताकि जनपद में किसी भी प्रकार की आपदा की स्थिति से बचा जा सके।