कोलकाता , कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर आज ज्वाइंट एंट्रेंस परीक्षा का परिणाम स्थगित हो गया। ऐसे में छात्रों के भविष्य को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं। पश्चिम बंगाल ज्वाइंट एंट्रेंस परीक्षा (डब्ल्यूबीजेईई) का परिणाम आज जारी नहीं किया गया। यह निर्णय कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति कौशिक चंद की मौखिक टिप्पणी के बाद लिया गया है। ओबीसी आरक्षण से जुड़ी एक याचिका की सुनवाई के दौरान अदालत ने स्पष्ट किया कि वर्तमान मापदंडों के अनुसार तैयार की गई मेरिट लिस्ट को प्रकाशित नहीं किया जा सकता। हाई कोर्ट ने निर्देश दिया है कि 22 मई को डिवीजन बेंच द्वारा जारी आदेश के अनुसार ओबीसी-ए और ओबीसी-बी कैटेगरी की सूची के आधार पर ही नई मेरिट लिस्ट तैयार की जाए और फिर उसे प्रकाशित किया जाए। इसके साथ ही अदालत ने सात प्रतिशत आरक्षण के तहत ओबीसी सूची के पुनर्मूल्यांकन का निर्देश दिया है। न्यायमूर्ति ने स्पष्ट किया कि ज्वाइंट एंट्रेंस बोर्ड को 2010 से पहले के सात प्रतिशत आरक्षण के तहत 66 आरक्षित उम्मीदवारों को ध्यान में रखते हुए नई मेरिट लिस्ट तैयार करनी होगी। यह प्रक्रिया आगामी 15 दिनों के भीतर पूरी की जानी चाहिए। मुख्य सचिव को यह आदेश सभी संबंधित विभागों में जल्द से जल्द पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी विभागों को भर्ती और दाखिले की प्रक्रिया अब अदालत के इस आदेश के अनुसार ही करनी होगी। तीन सप्ताह के भीतर राज्य सरकार के किसी विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को शपथपत्र देकर यह बताना होगा कि आदेश का पालन कैसे किया गया। पिछले सप्ताह ज्वाइंट एंट्रेंस बोर्ड ने घोषणा की थी कि परिणाम सात अगस्त को जारी किया जा सकता है। लेकिन हाई कोर्ट में ओबीसी आरक्षण को लेकर सुनवाई लंबित होने के कारण परिणाम पर अनिश्चितता बनी हुई थी, जो अब स्पष्ट हो गई है। ज्वाइंट एंट्रेंस के परिणाम के अलावा, गुरुवार को स्नातक स्तर पर दाखिले के लिए मेरिट लिस्ट भी जारी की जानी थी। लेकिन बुधवार देर रात उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तकनीकी कारणों का हवाला देते हुए यह स्पष्ट किया कि यह लिस्ट फिलहाल जारी नहीं की जा सकती।
इस स्थिति के चलते हजारों छात्रों का भविष्य फिलहाल अधर में लटक गया है।