जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : दो सूत्रीय मांगों को लेकर पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, उप निरीक्षक व राजस्व सेवकों ने मंगलवार को कार्य बहिष्कार किया। कहा कि लगातार शिकायत के बाद भी समस्याओं का निराकरण नहीं किया जा रहा हे। यदि जल्द इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वह आंदोलन को मजबूर होंगे।
मंगलवार को राजस्व निरीक्षक, अपर निरीक्षक व राजस्व सेवकों ने तहसील में कार्य बहिष्कार करते हुए मांगों को लेकर धरना दिया। कहा कि रेगुलर पुलिस का कार्य राजस्व निरीक्षक व उपनिरीक्षकों को सौंपा जा रहा है। जिससे उनके ऊपर कार्य का अतिरक्त भार पड़ गया है। कहा कि राजस्व निरीक्षक व उपनिरीक्षकों को अंश निर्धारित कार्य हेतु लैंपटाप, डाटा पैक व मानदेय दिया जाना चाहिए। संसाधनों के अभाव में फरियादियों के कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं। वहीं, राजस्व निरीक्षक व उपनिरीक्षकों की हड़ताल के कारण स्थायी, जाति, जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने के साथ ही अन्य कार्यों के लिए आने वाले फरियादियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी दूर-दराज क्षेत्र से आने वालों को हुई।
पुष्कर सिंह बने अध्यक्ष
पर्वतीय राजस्व निरीक्षक, राजस्व उपनिरीक्षक एवं राजस्व अनुसेवक संघ की नवीन कार्यकारणी का गठन करते हुए पुष्कर सिंह चौहान को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। कार्यकारणी में रविंद्र सिंह रावत को उपाध्यक्ष, रोहन परमार को सचिव, दीपक चौहान को कोषाध्यक्ष, विपिन नेगी को संगठन सचिव व आनंदी को लेखा परीक्षक चुना गया।