हरिद्वार। धनपुरा गांव स्थित हजरत सैय्यद बाबा मंसूर अली शाह की दरगाह को लेकर चल रहे भूमि विवाद के बीच मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम ने दरगाह, कब्रिस्तान और तालाब के खसरा नंबरों का मौके पर मिलान कर स्थिति का जायजा लिया। जांच के बाद राजस्व टीम ने रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे अब उपजिलाधिकारी को प्रेषित किया जाएगा। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। मालूम हो कि कि चार दिन पूर्व उपजिलाधिकारी की ओर से दरगाह को तालाब की भूमि बताते हुए एक नोटिस जारी कर मौके पर चस्पा किया गया था। इसके बाद कब्रिस्तान कमेटी ने इस पर आपत्ति जताते हुए लिखित जवाब दाखिल किया और दावा किया कि दरगाह की जमीन कब्रिस्तान के खसरा नंबर में दर्ज है, तालाब की भूमि में नहीं। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उपजिलाधिकारी ने राजस्व विभाग की एक टीम गठित कर मौके की जांच कराने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में मंगलवार को राजस्व विभाग की टीम गांव धनपुरा पहुंची और मौके पर मौजूद तालाब, दरगाह व कब्रिस्तान की स्थिति का भौतिक निरीक्षण किया। जांच टीम में लेखपाल अजय, कपिल और आशीष कुमार शामिल थे। टीम ने मौके से संबंधित राजस्व अभिलेखों और नक्शों का मिलान कर पूरी स्थिति की रिपोर्ट तैयार की। अब यह रिपोर्ट उपजिलाधिकारी कार्यालय को भेजी जाएगी, जिसके बाद मामले में प्रशासनिक स्तर पर निर्णय लिया जाएगा। जांच के दौरान कब्रिस्तान कमेटी की ओर से प्रधान प्रतिनिधि मोहम्मद तस्लीम, मुंशी शकील, मोहम्मद मुर्सलीम, बीडीसी सदस्य मुस्तफा अंसारी, सलीम अहमद अंसारी, इमरान मियां, आजम अंसारी, वसीम अहमद, मोहम्मद सलीम, गुलशव्वर, नफीस शाह, फुरकान, शनव्वर मौजूद रहे।