कहा- देश के शहरों में ‘कोलकाता सुरक्षित’ यह एक भ्रम है
कोलकाता , राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की वर्ष 2023 की रिपोर्ट के अनुसार, महानगर कोलकाता एक बार फिर देश का सबसे सुरक्षित शहर बन गया है। यह चौथा लगातार वर्ष है, जब कोलकाता ने इस खिताब को हासिल किया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज दुष्कर्म पीड़िता के पिता ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की उस रिपोर्ट का कड़ा विरोध किया है। रिपोर्ट में कोलकाता को भारत का सबसे सुरक्षित शहर बताया गया है। पीड़िता के माता-पिता ने कहा है कि यह रिपोर्ट जमीनी सच्चाई को बयां नहीं करती है। उन्होंने रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि यह वास्तविक परिस्थितियों के बजाय कागजी कार्रवाई के आधार पर तैयार की गई है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो ने एक रिपोर्ट जारी कर दावा किया है कि कोलकाता भारत का सबसे सुरक्षित शहर है। हालांकि, जिन लोगों ने यह रिपोर्ट बनाई है, पर यह रिपोर्ट जमीनी हकीकत पर आधारित नहीं है। वे सिफ़र् कागजों पर निर्भर हैं। कोलकाता में कम से कम 90 प्रतिशत घटनाएं एफआईआर के तौर पर दर्ज नहीं की जातीं। उन्होंने कहा कि गोला के हमारे स्थानीय पुलिस स्टेशन में एक लड़की को बेरहमी से पीटा गया और अभी तक किसी को इसकी जानकारी नहीं है। यह घटना तीन महीने पहले हुई थी और ऐसी घटनाएं कोलकाता में रोज होती हैं। कुछ भी सामने नहीं आता। यहां तक कि छह महीने की बच्ची भी सुरक्षित नहीं है। दूसरी ओर, शनिवार को अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) ने एलान किया कि कोलकाता को लगातार चौथे वर्ष भारत का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है। पार्टी ने इस उपलब्धि का श्रेय पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व को दिया है। एआईटीसी ने एक्स पर पोस्ट किया, “लगातार चौथे साल, कोलकाता को भारत का सबसे सुरक्षित शहर घोषित किया गया है। यह एक ऐसा शहर है जो देखभाल, करुणा और समुदाय में विश्वास करता है, जिसका नेतृत्व हमारी माननीय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं, वह मानती हैं कि सुरक्षा ही सेवा है।” कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा ने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा, “यह एक बहुत ही सकारात्मक कहानी है। कोलकाता पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस हमेशा नागरिकों की सुरक्षा और राज्य को अपराध मुक्त रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करती है।”