आईएनडीआईए का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम सकती है आरएलडी, बीजेपी ने इन चार सीटों की पेशकश की
लखनऊ , एजेंसी। लोकसभा चुनाव से पहले आईएनडीआईए गठबंधन को उत्तर प्रदेश में बड़ा झटका लग सकता है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, भाजपा के साथ राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) गठबंधन में शामिल हो सकती है। भाजपा ने जयंत चौधरी को चार सीटों का ऑफर दिया है। ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल सपा के साथ आरएलडी का गठबंधन टूटेगा और भाजपा के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी।
रिपोट्र्स के मुताबिक, भाजपा ने आरएलडी को जिन चार सीटों पर चुनाव लड़ने की पेशकश की है, उसमें कैराना, बागपत, मथुरा और अमरोहा शामिल है। वहीं सूत्रों के अनुसार, सपा ने कैराना, मुजफ्फरनगर और बिजनौर में प्रत्याशी अपना और निशान आरएलडी का रहने की शर्त रखी है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सपा और आरएलडी के बीच गठबंधन टूटने की यह बड़ी वजह हो सकती है।
इंडिया गठबंधन में शामिल सपा और आरएलडी के बीच एक सीट को लेकर बात बनती नहीं दिख रही है। पश्चिमी यूपी की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर पेंच फंसता हुआ नजर आ रहा है। अभी इस सीट पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। अब चर्चा यह भी चल रही है कि सीटों को लेकर चल रहे विवाद को छोड़ जयंत एनडीए में भी जा सकते हैं।
आरएलडी के मुजफ्फरनगर न छोड़ने के वाजिब कारण भी हैं। यहां से पिछला चुनाव चौधरी अजित सिंह मात्र साढ़े छह हजार वोटों से भाजपा के डॉ. संजीव बालियान से हारे थे। इस लोस सीट के अंतर्गत आने वाली पांच विधासनभा सीटों में से दो बुढ़ाना और खतौली पर आरएलडी का कब्जा है। खतौली सीट आरएलडी ने उपचुनाव में जीती थी। उधर, कांग्रेस और सपा के बीच भी बात बनती नहीं दिख रही। कांग्रेस 11 सीटों से संतुष्ट नहीं है।