कोटद्वार से पौड़ी जा रही रोडवेज बस में यात्री की मौत: चालक की लापरवाही, बदनाम हुआ मोबाइल
चंड़ीगढ़ से थलीसैंण के कोटा गांव जा रहा था यात्री
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोटद्वार से पौड़ी जा रही उत्तराखंड परिवहन निगम की चलती बस के चालक की लापरवाही ने एक बेकसूर यात्री की जान ले ली। पुलिस के अनुसार कोटद्वार से पौड़ी जा रही रोडवेज बस के चालक द्वारा बस को लापरवाही से चलाये जाने पर उसमें बैठे एक यात्री के सिर पर पेड़ की टहनी टकरा गई, जिससे यात्री मौके पर ही बस की फर्श पर लुढ़क पड़ा। बस चालक व परिचालक ने अपनी गलती छुपाने के लिए बस में धमाके की अफवाह फैलाकर पुलिस को भ्रमित करने की नाकाम कोशिश की। लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए घटना की असलियत सामने ला दी। बस में सवार यात्री की मौत के मामले की पुलिस जांच कर रही है। लेकिन स्थानीय पुलिस के अनुसार चलती बस में सवार यात्री की मौत का प्रथम दृष्टया किसी वाहन या पेड़ की टहनी से टकराने के कारण लग रहा है। यात्री चंड़ीगढ़ से थलीसैंण ब्लॉक के ग्राम कोटा जा रहा था। पुलिस का कहना है कि अभी मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि यात्री की मौत किस कारण से हुई है। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुर्पद कर दिया है। थाना लैंसडौन प्रभारी निरीक्षक संतोष कुंवर ने बताया कि मृतक के पिता की तहरीर के आधार पर रोडवेज बस के चालक सिताबपुर निवासी सुनील रावत के खिलाफ आईपीसी की धारा 279 और 304ए के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं शहर में पूरे दिन चर्चा रही कि बस में सवार यात्री की मौत मोबाइल फटने के कारण हुई है। लेकिन पुलिस की जांच में पता चला है कि यात्री की मौत मोबाइल फटने से नहीं बल्कि बस चालक की लापरवाही के कारण हुई थी।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट ने मोबाइल फटने की घटना से इंकार करते हुए बताया कि घटनास्थल पर स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि इस स्थान पर पहले से ही सड़क पर एक ट्रक पार्क हो रखा था, जिसे बचाने के चक्कर में रोडवेज बस चालक द्वारा दूरी बनाकर पेड़ की तरफ बस को ले जाया गया होगा, जिससे पेड़ की टहनी बस में बैठे उक्त यात्री के सिर पर टक्कराई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि बस के अंदर जिस जगह पर उपरोक्त यात्री खून से लथपथ पड़ा हुआ था वहां पर एक पेड़ की टहनी भी खूनी से लथपथ दिखाई दी। साथ ही पुलिस ने मृतक का मोबाइल मिलने से भी इंकार किया है। मामले की जांच की जा रही है कि हादसा कैसे हुआ, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर जांच के बाद ही घटना के स्पष्ट कारण के बारे में बताया जा सकता है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दे दी गई है।
बस चालक सुनील रावत से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब 5 बजे उत्तराखण्ड परिवहन निगम कोटद्वार डिपो की यूके 07 पीए 4229 बस 9 यात्रियों को लेकर पौड़ी के लिए रवाना हुई। इसी दौरान करीब 6 भदलीखाल के पास बस के अंदर एक तेज आवाज सुनाई दी। जिसके बाद परिचालक ने जब पीछे देखा तो एक यात्री खून से लथपथ बस की फर्श पर पड़ा हुआ था। बस चालक-परिचालक खून से लथपथ घायल यात्री को स्वास्थ्य केंद्र दुगड्डा लेकर आये। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बेस अस्पताल कोटद्वार रैफर कर दिया। इसके बाद यात्री को राजकीय बेस अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने यात्री को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने घटना की सूचना कोटद्वार पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची। पुलिस ने यात्री के शव को कब्जे में ले लिया है। कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि 35 वर्षीय शिर्व ंसह पुत्र वीर सिंह निवासी ग्राम कोटा, पट्टी चोपड़ाकोट, तहसील थलीसैंण पौड़ी गढ़वाल चंड़ीगढ़ से बीती शनिवार रात को गांव के लिए निकला था। रविवार सुबह करीब पांच बजे वह कोटद्वार से पौड़ी जाने वाले परिवहन निगम की बस में बैठा। इसी दौरान लगभग 6 बजे भदालीखाल के पास बस में हादसा हुआ जिसमें शिव सिंह की मौत हो गई है। कोटद्वार कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने व्यक्ति की मौत मोबाइल फटने से होने की आशंका को खारिज करते हुएआशंका जताई जा रही है कि संभवत: या तो यात्री का सिर बाहर होने के कारण किसी अन्य बस से या किसी पेड़ की टहनी से टकराया होगा।