पुरातत्व से नहीं जुड़ेगीं बाराकोट में मिली शिलाएं
चम्पावत। बाराकोट के लड़ीधूरा मंदिर में पिंडाकार शिलाएं मिलने की सूचना पर पुरातत्व विभाग की टीम बाराकोट पहुंची। टीम ने शिलाओं का निरीक्षण कर कहा कि शिलालेख या अन्य आतियां न होने से इसे पुरातत्व से नहीं जोड़ा जा सकता। बाराकोट में अल्मोड़ा से पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान के साथ आई टीम ने लड़ीधूरा मंदिर में खुदाई में मिली पिंडियों का निरीक्षण किया। लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्तिक मंच के अध्यक्ष नगेंद्र कुमार जोशी ने टीम को शिलाओं के बारे में पूरी जानकारी दी। पुरातत्व अधिकारी चौहान ने बताया कि लोक परंपराओं और मान्यताओं के अलावा धार्मिक आस्थाओं भी नकारा नहीं जा सकता। कहा लड़ीधूरा मंदिर बड़ी आस्था का केंद्र है। लेकिन खुदाई से मिली शिला में शिलालेख या आति उकेरी हुई नहीं है। जिस कारण इन्हें पुरातत्व विभाग से नहीं जोड़ा जा सकता है। इस मौके पर दुर्गेश जोशी, देवेंद्र सिंह अधिकारी, उमेश्वर सिंह अधिकारी, कुंदन सिंह बोहरा, उत्तम सिंह नेगी आदि रहे।