उत्तरकाशी()। मानसून सीजन के बाद लास्ट अगस्त से ही दूसरे चरण की चारधम यात्रा शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार आसमानी आफत के कारण जगह जगह सड़कें बंद होने के चलते आधा सितंबर भी बीतने ही वाला है, फिर भी चार धाम यात्रा के प्रथम धाम यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू नहीं हो सकी है। यहां यमुनोत्री हाईवे जंगल चट्टी, बनास और फूलचट्टी के पास से बीते 18 दिनों से बंद है, तो वहीं सिलाई बैंड के पास पहाड़ी से रुक-रुक कर हो रही पत्थरों की बारिश से मार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू नही हो पाने से क्षेत्र के व्यवसायियों के सामने रोजी रोटी की भी समस्या खड़ी हो गई है साथ ही बैंक लोन भी जमा नही कर पा रहे हैं। यमुना घाटी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष सोबन सिंह राणा का कहना है कि यमुनोत्री धाम की यात्रा मानसून सत्र से पहले भी अपेक्षा के अनुरूप नहीं चलने से यात्रा मार्ग और यात्रा पर निर्भर सभी व्यवसायियों का व्यवसाय काफी कम चला और मानसून के बाद आज तक भी यात्रा शुरू नही हो पाने से लोगों में मायूसी छाई हुई है। होटल, रेस्टोरेंट, दुकानदार, वाहन मालिक सभी व्यवसायी बैंक का लोन जमा करने में असमर्थ हो रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा यमुनोत्री धाम की यात्रा को पुनः शुरू कराने के लिए अगले सप्ताह तक की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों की उम्मीद भी इसी पर टिकी हुई है कि यमुनोत्री धाम की यात्रा शुरू हो और उनके व्यवसाय को भी पुनः नए पंख लग सकें। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने भी बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों से बातचीत कर बताया है कि यमुनोत्री नेशनल हाइवे जंगलचट्टी, बनास व फूलचट्टी के पास क्षतिग्रस्त है। जंगलचट्टी में करीब 150 मीटर सड़क मार्ग का हिस्सा ध्वस्त हुआ था। जिसके सुरक्षित और समतलीकरण का कार्य प्रगति पर है। इसी तरह बनास में करीब 40 मीटर सड़क का हिस्सा ध्वस्त हुआ है और फूलचट्टी में भी सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त है, जिसे एनएच के द्वारा 12 सितम्बर तक सुचारू करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है।