आउटरीच प्रशिक्षण में आरटीआई पर की गई चर्चा
नई टिहरी।जिला मुख्यालय पर डीएम मयूर दीक्षित की मौजूद्गी में उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल की ओर से तीन दिवसीय आउटरीच प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण के पहले दिन प्रभारी आरटीआई सेल कुमांऊ विश्वविद्यालय नैनीताल के नवीन पनेरू ने सूचना का अधिकार अधिनियम के सम्बंध में विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया। मंगलवार को विकास भवन सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि सभी अधिकारी प्रशिक्षण को गम्भीरता से लेते हुए शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित करें। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम एक अच्छा मौका है। इसमें सूचना का अधिकार अधिनियम को लेकर मन में जो भी संशय हैं या सूचना देने के दौरान जो भी समस्याएं आई है, उनका समाधान प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कर सकते हैं। कहा कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाते हुए अपनी कार्यशैली को और बेहतर बनायें। इस मौके पर पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त उत्तराखण्ड अनिल चन्द्र पुनेठा ने वर्चुअल माध्यम से कहा कि जो सूचना कार्यालय में धारित हो। उसे स्पष्ट रूप में दें। प्रश्नगत प्रपत्र में मांगी गई सूचना देने के लिए बाध्यता नहीं है। जहां ज्यादा सूचनाएं मांगी जाती हैं। वहां पर अनुरोधकर्ता से समन्वय स्थापित करते हुए समय देकर रिकार्ड दिखा सकते हैं। कहा कि सूचना देने में अधिकारी घबराये नहीं, बल्कि ऐसी प्रणाली तैयार करें। जिससे वास्तविक लोगों को संघर्ष न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अनुरोधकर्ता से सूचना मांगे जाने पर कुशलता पूर्वक व्यवहार करने से पचास प्रतिशत केस का निस्तारण हो जाता है। अधिनियम के प्राविधानों का अनुपालन कर सूचना आवेदनकर्ताओं को वांछित सूचना की प्राप्ति आसानी से हो सकेगी।
विभागीय कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी एवं विभाग तथा राज्य सरकार की छवि और अधिक उज्जवल होगी। नोडल अधिकारी डा ओम प्रकाश ने तीन दिवसीय आउटरीच प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा की जानकारी देते हुए कहा कि आज प्रथम दिवस को सूचना का अधिकार अधिनियम पर प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जा रही है। आगे ई-गवर्नेंस समाधान (ई-अफिस और आईएफएमएस सिस्टम) पर तथा आपदा प्रबन्धन व महिलाओं के यौन उत्पीड़न पर संवेदनशलता पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, डीएफओ पुनीत तोमर, डीडीओ सुनील कुमार सहित तमाम आलाधिकारी मौजूद रहे।