रुद्रप्रयाग। हाईवे के अलावा कई ब्रांच सड़कें आज भी ऐसी हैं जहां वाहनों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। भले ही वाहन चालक कितना भी संभलकर चलें किंतु दुर्घटना का खतरा लगातार बना रहता है। रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटर मार्ग भी इन्हीं सड़कों में शामिल हैं जहां कई जगहों पर डेंजर जोन में पैराफीट नहीं है। कुंडा दानकोट में अब तक हुई दुर्घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यालय से तल्लानागपुर और पोखरी क्षेत्र के अनेक गांवों को जोड़ने वाली प्रमुख रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटर मार्ग में कई जगह डेंजर जोन बने हैं। क्षेत्रीय लोगों को सड़क में कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कई बार यहां दुर्घटनाएं होने से बाल बाल बची हैं जबकि कुछ डेंजर जोन में दुर्घटनाओं में जनहानि का नुकसान हुआ है। कुंडा दानकोट में ही बीते कुछ सालों में हुई दुर्घटना में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते दिन हुई स्कूटी दुर्घटना में भी यदि सड़क किनारे पैराफीट होता तो तीन युवकों की जान बच सकती थी। कई जगहों पर सड़क की स्थिति भी खराब है। सामाजिक कार्यकर्ता संपन्न नेगी, चोपता व्यापार संघ के अध्यक्ष योगम्बर कुनियाल, कोल्लु भन्नू के निर्वतमान प्रधान दीपक सिंह राणा, पूर्व प्रधान कुलदीप राणा आदि ने कहा कि रुद्रप्रयाग-चोपता-पोखरी मोटर मार्ग पर कई डेंजर जोन है। सरकार, प्रशासन और लोनिवि द्वारा लगातार सुरक्षा की अनदेखी की जा रही है। लोगों द्वारा कई बार सड़क पर पैराफीट लगाने की मांग की गई है किंतु आज तक पैराफीट नहीं लगे हैं। सड़क के अधिकांश भाग के निचले क्षेत्रों में गहरी खाई होने से सुरक्षा इंतजाम किए जाने चाहिए ताकि वाहन दुर्घटनाओं को रोका जा सके। उन्होंने शीघ्र ही उक्त सड़क पर डेंजर जोन पर पैराफीट लगाने की मांग की है।