24 घंटे में एक हजार बन गए सात करोड़ रुपये
नई दिल्ली : क्रिप्टोकरेंसी को लेकर लोगों का क्रेज बढ़ता जा रहा है। शॉर्ट टर्म में अच्छा रिटर्न लोगों को इसकी तरफ आकर्षित कर रहा है। सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन की लोकप्रियता सातवें आसमान पर हैं तो वहीं मजाक-मजाक में शुरू हुए क्रिप्टोकरेंसी कोकोस्वैप जैसे मीमकॉइन ने एक झटके में ही अपने हजारों निवेशकों को करोड़पति बना दिया है।
24 घंटे में 76200 फीसदी का रिटर्न देने वाले इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 0.009999 डॉलर से बढ़कर 7.63 डॉलर पर पहुंच गई। क्वाइनमार्केट कैप के आंकड़ों के मुताबिक इस क्रिप्टोकरेंसी ने एक दिन में निवशकों के 1000 रुपये को सात करोड़ रुपये में बदल दिया। जिस क्रिप्टोकरेंसी का नाम तक लोगों ने नहीं सुना था वो सीधे टॉप टेन में आकर शामिल हो गया। वहीं इस छलांग के साथ ही इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन दो अरब डॉलर पर पहुंच गया।
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छलांग के पीछे की वजह
कोकोस्वैप के इस छलांग के पीछे एक बड़ी वजह एथेरियम प्लेटफॉर्म से बाइनेंस स्मार्ट चेन में शिफ्ट करना है। लोगों की दिलचस्पी एनएफटी में बढ़ी है, वहीं अमिताभ बच्चन, सलमान खान जैसे बड़े सितारे भी एनएफटी में शामिल हो रहे हैं। कोकोस्वैप ऐसा डिसेंट्रलाइज्ड प्लेटफॉर्म है, जहां निवेशकों को एनएफटी ट्रेंडिंग, क्रिप्टो ट्रेंडिंग और गेमिंग सबकी सुविधा हैं, जिसके कारण यहां निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है।
इन बातों का विशेष ख्याल रखने की आवश्यकता
निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में बढ़ने से पहले कुछ खास ख्याल भी रखने की जरूरत है। हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने डिजिटल करेंसी को लेकर लोगों को अलर्ट किया है। निवेशकों को इसके खतरों को लेकर आगाह किया है, जिस पर गौर करना जरूरी है। आरबीआई के मुताबिक फाइनेंशियल स्टेबिलिटी के मुताबिक डिजिटल करेंसी या क्रिप्टोकरेंसी गंभीर चिंता का विषय है। इतना ही नहीं आरबीआई ने डिजिटल करेंसी को लंबे समय में देश की अर्थव्यवस्था और इकोनॉमिकल ग्रोथ के लिए भी खतरा बताते हुए निवेशकों को आगाह किया है।