गांव को प्लास्टिक डिस्पोजल मुक्त बनाने वाले 13 परिवार सम्मानित
गांव के बाद गदेरों को स्वच्छ बनाने की पहल
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : गांव के सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रमों को प्लास्टिक डिस्पोजल मुक्त बनाने के मंगलवार को स्यूंसाल ग्राम पंचायत ने तेरह परिवारों को सोलर लैंप देकर सम्मानित किया है। इन ग्रामीणों ने अपने शादी, पूजा पाठ के कामों में प्लास्टिक डिस्पोजल के स्थान पर पंचायती बर्तनों का इस्तेमाल किया था। इससे आयोजकों को एक लाख रूपये से ज्यादा की आर्थिक बचत हुई। साथ में गांव के पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद मिली और पंचायत की आमदनी भी बढ़ी। ग्रामीणों का मानना है कि पहाड़ में बढ़ती आपदाओं के पीछे भी, पर्यावरण क्षरण और प्रदूषण एक बड़ा कारण हैं।
थलीसैंण ब्लॉक में चौथान पट्टी के स्यूंसाल गांव में पिछले आठ साल से यह मुहिम जारी है। इससे आस-पास के कई गांवों को भी प्रेरणा मिली है। अब गांव में बाल और महिला मंगल इस अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। महिला मंगल दल ने निर्णय लिया है कि वे भोजन परसोने के पंचायती बर्तनों का प्रयोग करेगी। महिला मंगल दल बर्तनों की सफाई में भी पूरा सहयोग करता है। पिछले साल ग्राम पंचायत ने भी गांव के सार्वजानिक कार्यक्रमों को प्लास्टिक डिस्पोजल मुक्त रखने का प्रस्ताव पास किया है। अभियान के अगले चरण में ग्राम पंचायत और महिला मंगल दल गांव के जल स्रोतों, गदेरों को स्वच्छ बनाने की पहल करने जा रहा हैं। गांव में बाल मंगल दल नियमित स्वच्छता अभियान चलाकर अजैविक कचरे को कूड़ाघर में जमा करते हैं। इस वर्ष अप्रैल में प्रशासन ने गांव के कूड़ाघर को खाली करवाया था। स्यूंसाल के ग्रामीणों का मानना है कि केंद्र सरकार स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से और राज्य सरकार विभिन्न योजनाओं से पहाड़ में अजैविक कूड़े की बढ़ती समस्या के निराकरण के काफी प्रयास कर रही है। ऐसे में सभी को जागरूक होकर अपने स्तर पर अपने गांवों को प्लास्टिक डिस्पोजल मुक्त करने के लिए एकजुट प्रयास करने चाहिए। इस अवसर पर सरपंच गोपाल बिष्ट, महिला मंगल दल अध्यक्ष लक्ष्मी देवी, नीमा देवी, राजी देवी, परुली देवी, कलावती देवी, आनंदी देवी, जस्सी देवी, हरक सिंह, जगत बिष्ट, हरीश प्रसाद, इंद्र बेलवाल, मनबर बिष्ट और अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।