मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे ग्रामीण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति के सदस्यों ने कहा कि जनपद पौड़ी गढ़वाल के कई गांवों के ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। गांवों तक सड़क नहीं होने से ग्रामीण आज भी मरीजों को डोली या चारपाई पर ढोने को विवश है। उन्होंने कहा कि राज्य बनने के 21 वर्षों में भी राज्य की जनता मौलिक अधिकारों से वंचित है। वर्तमान में गांवों के कई लोगों ने संसाधनों के अभाव में गांव छोड़ दिया है।
समिति के सुमन मार्ग स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि विकास के नाम पर गांवों तक आने-जाने के लिए सड़क तक नहीं है। शिक्षा और चिकित्सा व्यवस्था रसातल पर पहुंची चुकी है। सड़कों और चिकित्सा सुविधा के अभाव में शहरी अस्पतालों तक कंधों पर लादकर पहुंचाने के दौरान रोगी की मृत्यु की अनेकों घटनाएं घट चुकी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण सरकारी विद्यालय बंद होने का सिलसिला लगातार बढ़तार जा रहा है। जिस कारण शिक्षा निर्धन परिवारों के बच्चों की पहुंच से दूर होती जा रही है। वहीं जगह-जगह क्षतिग्रस्त विद्यालय के भवन छात्रों की जान के लिए खतरा बन चुके है। उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज के उत्थान में अहम है, लेकिन सरकार, विभाग और विधायक से लगातार शिकायत करने के बावजूद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जनता अपने अधिकार के लिए पिछले कई सालों से संघर्ष कर रही हैं, मगर उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बैठक में गजे सिंह रावत, कुंवर सिंह रावत, चंद्र सिंह नेगी, नारायण सिंह, गंभीर सिंह असवाल आदि मौजूद थे।