यूक्रेन पर हमले को तैयार रूस! बर्डर पर रूसी फाइटर जेट तैनातय ताजा सैटेलाइट तस्वीर में खुलासा
नई दिल्ली, एजेंसी। एक तरफ जहां यूक्रेन से चल रहे गतिरोध के बीच रूस ने दावा किया हो कि वह यूक्रेन सीमा पर से सैन्य जमावड़े को धीरे-धीरे घटा रहा है, लेकिन ताजा सैटेलाइट की तस्वीरें अलग ही कहानी कह रही है। दरअसल, अमेरिकी स्पेस टेक्नोलजी कंपनी मैक्सार टेक्नोलजी ने सैटेलाइट की ताजा तस्वीर जारी की है, जिसमें यूक्रेन सीमा के आसापस सीमा पर बड़ी संख्या में रूसी फाइटर जेट्स तैनात दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि मैक्सार सैटेलाइट की यह तस्वीर 15 फरवरी 2022 को लिया गया और 18 फरवरी 2022 को जारी किया गया, जिसमें यूक्रेन के साथ सीमा से लगभग 27 किमी पूर्व में रूस के वालुयकी में नए हेलीकप्टर की तैनाती का क्लोज-अप दिखाया गया है। मालूम हो कि यह तस्वीर तब सामने आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 18 फरवरी को कहा कि उन्हें इस बात का पूरा यकीन है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर हमला करने का अंतिम निर्णय ले लिया है और आने वाले दिनों में वे कीव पर हमला कर सकते हैं। बाइडन ने कहा कि हमारे सामने ऐसे कई कारण हैं, जिसे देखते हुए इस बात को गंभीरता से स्वीकार किया जा सकता है कि जल्द हमला होगा। बाइडन ने इसके पीटे अपनी खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट का हवाला दिया।इससे पहले बाइडेन ने जोर देकर कहा कि उन्हें यकीन नहीं था कि उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन ने आक्रमण करने का अंतिम निर्णय लिया था। इंडिया टुडे के मुताबिक रूसी सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई तस्वीरों में पैराशूट से लैस एयरबोर्न कम्बैट कैरियर (।च्ब्) की गति दिखाई दे रही है। फुटेज में दिख रहे ठडक्-2 ।च्ब्े को रूसी मध्यम सैन्य परिवहन विमानों द्वारा एयरलिफ्ट किया जा सकता है और त्वरित समय में पैराशूट का उपयोग करके पैराड्रप किया जा सकता है। बताते चलें कि इससे पहले रूस ने कहा था कि वह यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा। उसने यूक्रेन बर्डर पर तैनात अपने सैनिकों को लौटने का निर्देश दिया है। लेकिन यूक्रेन को रूस की बातों पर विश्वास नहीं है।इसी बीच अमेरिका का दावा है कि यूक्रेन की सीमा पर अभी भी रूसी सैनिक डेरा जमाए हैं। शनिवार को रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम अमेरिका और नाटो को समझाना चाहते हैं कि जब से नाटो के रूस के हितों के लिए पूर्ण सम्मान के बारे में लिखित दायित्व बेकार हो गए हैं, तब से हम उनके वादों से असंतुष्ट हैं। विदेश मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि रूस की सुरक्षा मांगों की अनदेखी दुनिया की स्थिरता के लिए सही नहीं है।