स.वि.मं.इ.कॉ. कोटद्वार, कलालघाटी व परसुण्डाखाल विद्यालयों में किया च्यूरा के बीजों का रोपण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। मेहरबान सिंह कण्डारी सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज कोटद्वार एवं राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कलालघाटी में बुधवार को राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के भैय्या/बहिनों द्वारा विद्यालय परिसर में च्यूरा(इण्डियन बटर ट्री)के बीजों का रोपण करके नर्सरी तैयार करने का संकल्प लिया गया। च्यूरा नर्सरी का शुभारम्भ विद्यालय के प्रधानाचार्य चन्दन सिंह नकोटी, कार्यक्रम अधिकारी सत्यपाल सिंह, मनीष मधवाल, राहुल शर्मा व भैय्या/बहिनों के द्वारा च्यूरा के बीजों का रोपण किया गया।
प्रधानाचार्य चन्दन सिंह नकोटी ने बताया कि च्यूरा एक बहुउपयोगी वृक्ष है। इस पेड़ की छाल, पत्ती, फूल सभी उपयोगी होते है। उन्होने कहा कि इस वर्ष च्यूरा की नर्सरी तैयार होने पर अगले एक दो वर्षो में इसका रोपण किया जायेगा। यह वृक्ष स्वरोजगार का एक बेहतर विकल्प बन सकता है, क्योंकि च्यूरा के पेड़ से शहद, तेल, घी, साबुन, धूप आदि बनाये जाते है। च्यूरा के फूलों से शहद बनता है। इसलिए यह वृक्ष स्वरोजगार के लिए आने वाले समय में बेहतर विकल्प हो सकता है। अत: हमें इन पौधों की नर्सरी की वर्षभर देखभाल व सुरक्षा करनी होगी।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी सत्यपाल सिंह ने स्वयंसेवियों को बताया कि गढ़वाल मण्डल में च्यूरा के पौधों को उगाने के लिए हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर के रसायन विभागाध्यक्ष तथा स्पर्श गंगा बोर्ड उत्तराखण्ड के पूर्व विशेष कार्याधिकारी प्रभाकर बडोनी की पहल पर एन0एस0एस0 के गढ़वाल मण्डल के कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी व रा0से0यो0 के पौड़ी जिला के जिला समन्वयक पारितोष रावत के मार्गदर्शन में एन0एस0एस0 आच्छादित शिक्षण संस्थाओं में च्यूरा की नर्सरी तैयार करवायी जा रही है।
इस अवसर पर सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनीष मधवाल ने स्वयंसेवियों को बताया कि च्यूरा का वानस्पतिक नाम डिप्लोनेमा ब्यूटीगैसिया (बटर ट्री) है। जो कि 10 से 15 मीटर तक की ऊंचाई के होते है। च्यूरा से वनस्पति घी प्राप्त होता है। च्यूरा नर्सरी को तैयार करने में स्वयंसेवी भैय्या/बहन प्रवेश कण्डवाल, कीरत पुण्डीर, प्रशान्त जुयाल, आयुष, जयश्री, प्राची, तानिया आदि भैय्या/बहनों ने सहयोग किया।
वहीं इसी श्रृंखला मे हेमवती नंदन गढवाल केंद्रीय विश्वविद्यालय पौड़ी परिसर के रसायन विभागाध्यक्ष डॉ0 प्रभाकर बडोनी की प्रेरणा एवं राष्ट्रीय सेवा योजना गढ़वाल मंडल के कार्यक्रम समन्वयक पुष्कर सिंह नेगी के मार्गदर्शन में राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज कलालघाटी में भी च्यूरा की नर्सरी तैयार करवायी गई। इस अवसर पर प्रधानाचार्या श्रीमती पुष्पा धस्माना ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण संवर्धन के साथ च्यूरा को रोजगार का बेहतर विकल्प बनाने के लिए च्यूरा की नर्सरी विद्यालय में तैयार की जा रही है। राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 मंजु कपरवाण ने कहा कि च्यूरा ऐसा पौधा है, जिसका फल, पत्ते, जड़ सभी भाग काम आते हैं मधुमक्खी पालन के लिए इसके फूल बहुत उपयोगी हैं। इसकी खली से मोमबत्ती वैसलीन, कीटनाशक दवाई भी बनती है इसलिए इसको अधिक से अधिक लगाना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती हिमानी बहुगुणा,उषा रावत, सुमन लता विनीता जोशी, भावना पांडे, अर्चना कण्डवाल, इको क्लब प्रभारी श्रीमती सावित्री रावत आदि उपस्थित थीं।
पौड़ी । इण्टर कालेज परसुण्डाखाल की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा स्वच्छता पखवाड़ा के तहत विद्यालय परिसर की साफ-सफाई करके च्यूरा के बीजों का रोपण करके नर्सरी तैयार की गयी।
स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ प्रधानाचार्य विमल चन्द्र सिंह नेगी पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डा0 मदन मोहन नौडियाल ने स्वयंसेवकों को स्वच्छता की शपथ दिलाकर की। एन0एस0एस0 की कार्यक्रम अधिकारी सुरजी नेगी ने जानकारी देते हुए बताया कि युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की पहल पर एन0एस0एस0 आच्छादित शिक्षण संस्थाओं में स्वच्छ भारत मिशन के तहत 1 अगस्त से 15 अगस्त 2021 तक स्वच्छता पखवाड़ा के अन्तर्गत विभिन्न स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
स्वच्छता अभियान चलाकर स्वंयसेवकों ने विद्यालय की फुलवारियों, किचन गार्डन, कक्षा-कक्षों, तथा वृक्ष वाटिका में सफाई का कार्य किया। इस अवसर पर विद्यालय में क्यारियाँ बनाकर उनमें च्यूरा (इंडियन बटर ट्री) के बीजों का रोपण किया गया। स्वच्छता कार्यों में पूर्व कार्यक्रम अधिकारी अन्जू, शिक्षक शैलेन्द्र सिंह,चन्द्रपाल, बिजेन्द्र नेगी, विनोद, अनीता रावत, के साथ ही स्वयंसेवी पार्वती, कुमकुम, रजनी, साक्षी, सोनाली, तनुजा, रिया, गीतिका, अमन कुमार, विकास कुमार, प्रवेश, नितिन, आयुष और आशीष ने सहयोग किया।