सड़क पर लगे कूडे़ के ढेर से बंद हुआ ट्रेचिंग ग्राउण्ड तक जाने का रास्ता
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। खोह नदी के किनारे बनें नगर निगम के ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। रास्ता बंद होने से निगम के वाहन कूड़ा लेकर टें्रचिंग ग्राउण्ड तक नहीं पहुंच पा रहे है। ऐसे में निगम के कर्मचारी मुक्तिधाम के मुख्य गेट के पास ही कूड़े का ढेर लगा रहे है। जिस कारण स्थानीय लोगों व राहगीरों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
नगर निगम के चालीस वार्डों से प्रतिदिन लगभग सत्तर से अस्सी टन कूड़ा एकत्रित कर टे्रंचिंग ग्राउण्ड में पहुंचाया जाता है, लेकिन कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था न होने से ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पूरा कूड़े से भर गया है। वर्तमान में स्थिति ऐसी है कि ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। इस रास्ते के बीच में ही कूड़ा पड़ा होने से वाहन टे्रंचिंग ग्राउण्ड तक नहीं पहुंच पा रहे है। नगर निगम बनने से पूर्व नगर पालिका क्षेत्र के मात्र 11 वार्डों का कूड़ा ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में डाला जाता था, लेकिन कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था न होने से वहां कूड़े का ढेर जमा होता चला गया और यह समस्या कोटद्वार के लिए नासूर बन गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि ट्रेंचिंग ग्राउंड में सालों से कई टन कूड़ा पड़ा है, जिससे उठती दुर्गंध से लकड़ीपड़ाव, रतनुपर सहित आसपास के इलाकों में लगातार बीमारी फैल रही है, लेकिन प्रशासन और नगर निगम इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। दरअसल, खोह नदी कि किनारे स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में सालों से कई टन कूड़ा पड़ा हुआ है। कूड़े के ढेर के चलते आसपास के इलाकों में संक्रामक बीमारियां फैल रही है। दुर्गंध के चलते लोगों का सांस लेना मुश्किल हो रखा है। ट्रेंचिंग ग्राउंड को कहीं अन्य शिफ्ट करने और निस्तारण को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार आंदोलन भी किया है, लेकिन लगातार ट्रेंचिंग ग्राउंड में कूड़े का अंबार बढ़ता ही जा रहा है।
नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त पीएल शाह ने बताया कि ट्रेंचिंग ग्राउण्ड में कूड़ा निस्तारण के लिए बायो रेमिडिएशन मशीन लगाई गई है। प्रति एक घंटे में यह मशीन करीब पांच टन कूड़े की छटाई करेगी। इस मशीन के माध्यम से खाद, प्लास्टिक व पत्थर आदि को अलग-अलग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टे्रंचिंग ग्राउण्ड में जाने वाले रास्ते से कूड़ा हटाकर रास्ता बनाया जायेगा।
नगर की सफाई नहीं करा पा रहा निगम
नगर निगम कोटद्वार नगर की सफाई नहीं करा पा रही है। नगर के वार्डों से निकलने पर कचरों के ढेर जगह-जगह देखे जा सकते हैं। इन कचरे के ढेरों पर आवारा जानवर और सूअरों का जमावड़ा बना रहता है। कचरा नहीं उठने से सड़कों पर कचरा बिखरा पड़ा है। नगर की जनता कचरे की बदबू से परेशान हैं, लेकिन नगर निगम कचरे के ढेरों को साफ नहीं करा रही है। एक ओर नगर निगम द्वारा स्वच्छता अभियान चलाकर साफ-सफाई व स्वच्छता का संदेश दिया जा रहा है। वहीं कई वार्डों के मुख्य चौराहों एवं मुक्तिधाम के आसपास कचरे के ढेर लगे हैं।
मवेशी और सूअरों का बसेरा
कचरे के ढेरों पर सूअर और आवारा मवेशियों का बसेरा रहता है। कचरा फैलने से सड़कों पर गंदगी फैल रही है। यहां नियमित कचरा नहीं उठाया जाता। जिसके कारण कचरा दुर्गंध मारने लगता है। कई जगह कचरे के ढेर लोगों के घर के सामने या फिर आसपास लगे हुए हैं। जिससे सबसे अधिक दिक्कत इनको हो रही है। उनके घर के गेट तक कचरा फैल रहा है। नगर निगम की सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।