ऋषिकेश। मौसम के बिगड़े मिजाज, रिमझिम बारिश के बावजूद शिवभक्तों का गंगाजल से नीलकंठ महादेव में अभिषेक को उत्साह देखा गया। कांवड़ियों के उमड़ने से ऋषिकेश पूरी तरह से केसरिया रंग में रंगा नजर आया। दिन रात बम-बम भोले के जयकारों के साथ शिवभक्त तीर्थनगरी से शिवधाम नीलकंठ महादेव मंदिर जलाभिषेक करने के लिए रवाना हुए। पुलिस-प्रशासन के मुताबिक सावन के दूसरे दिन शनिवार को 40 हजार से अधिक शिवभक्तों ने नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। सावन में नीलंकठ जाने वाले तमाम मार्गों पर भगवा रंग की बयार बहती नजर आ रही है। शांत नजर आने वाली तीर्थनगरी में अचानक से कांवड़ियों की भीड़ और शोर बढ़ गया है।
सभी तरफ हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयकारों से गुंजायमान बना हुआ है। कुछ कांवड़िये अकेले ही पग भरते दिखाई दिए तो कई भोले समूह में यात्रा करते नजर आए। मीलों पैदल चलने और उमस भरी गर्मी के बावजूद कांवड़ियों के चेहरे पर थकावट नहीं दिखाई दे रही है। शनिवार को दिन में उमस भरी गर्मी रही इसके बावजूद पूरे जोश और उत्साह के साथ कांवड़ियों के कदम अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे थे। सड़क पर भगवा वस्त्र धारण किए शिवधाम की ओर बढ़ रहे शिवभक्त सभी को आकर्षित कर रहे थे। चहुंओर महादेव के जयकारों और भजनों की गूंज भी सुनाई देने लगी है। महादेव के भजन ”मेरा भोला है भंडारी, हो भोले दर्श दिखा दे,”कांवड़ का मेला आया रे, भोले का जादू छाया रे” आदि भजनों से पूरा वातावरण गूंज रहा है। मीलों पैदल चलकर आ रहे शिवभक्तों के चेहरे पर न थकान है और न ही आगे का सफर तय करने की कोई चिंता। आस्था के साथ वह उल्लास से लबरेज हैं। भजनों पर झूमते-गाते और जयकारे लगाते आगे बढ़ते जा रहे हैं। श्रावण मास की कांवड़ यात्रा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, श्रद्धालुओं की भीड़ भी उमड़ती जा रही है। तीर्थनगरी ऋषिकेश में शनिवार को बड़ी संख्या में कांवड़ यात्री पहुंचे। नीलकंठ महादेव मंदिर में करीब 40 हजार श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। ऋषिकेश के अलावा मुनिकीरेती तथा स्वर्गाश्रम क्षेत्र में जहां-तहां सड़कों पर कांवड़ यात्रियों की लाइन आती-जाती नजर आई। नीलकंठ महादेव मंदिर के पैदल मार्ग पर तो श्रद्धालुओं की बड़ी लाइन लगी रही।
कोट–
यहां दिन-रात हजारों की संख्या में कांवड़ यात्री नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन को जा रहे हैं और लौट रहे हैं। कांवड़ यात्रा को देखते हुए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए गए हैं। शनिवार को नीलकंठ महादेव मंदिर में सुबह से ही दर्शन और जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की लाइन लगनी शुरू हो गई थी। दोपहर तक यह लाइन आधा किमी तक लंबी हो गई। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मत्था टेक कर जल चढ़ाया। करीब 40 हजार श्रद्धालुओं ने नीलकंठ महादेव मंदिर में जलाभिषेक किया। – लोकेश्वर सिंह, एसएसपी पौड़ी