एसजीआरआर पैरामेडिकल कॉलेज में मनााया विश्व रेडियोलॉजी दिवस
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : श्री गुरु राम राय पैरामेडिकल कॉलेज कोटद्वार में विश्व रेडियोलॉजी दिवस धूमधाम से मनाया गया। हर वर्ष 8 नवम्बर को यह दिवस विश्व स्तर पर मनाया जाता है, जो चिकित्सा क्षेत्र में सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और एक्स-रे जैसी तकनीकों के अद्वितीय योगदान को पहचान देने का अवसर है। इस मौके पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता में साक्षी प्रथम, साबिया द्वितीय, दिव्या तृतीय स्थान पर रही। रंगोली प्रतियोगिता में सोनम, रिया, अंशिका, ईषा की संयुक्त टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। क्वीज प्रतियोगिता में नबिया, आयुषी, सृष्टि, साक्षी की संयुक्त टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पैरामेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरीश उनियाल एवं नर्सिंग कॉलेज के प्राचार्य डॉ. राजकुमार ने द्वीप प्रज्वलन कर किया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गिरीश उनियाल ने कहा कि रेडियोलॉजी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य चिकित्सा इमेजिंग के क्षेत्र में कार्यरत पेशेवरों के प्रति सम्मान प्रकट करना है। साथ ही, आमजन को रेडियोलॉजी की महत्ता और उपयोगिता के प्रति जागरूक करना भी इसका उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि रेडियोलॉजी न केवल रोग के सही निदान में सहायक है, बल्कि मरीजों के उपचार में भी इसकी भूमिका अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। रेडियोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो. पूजा जोशी एवं फैक्ल्टी प्रो. आशीष नेगी ने छात्रों को रेडियोलॉजी के जनक प्रोफेसर विलियम कोनार्ड रॉन्जन के जीवन के बारे में जानकारी दी। बताया कि उन्होंने 8 नवंबर 1895 में एक्स-रे तकनीकी की खोज की थी। इसके बाद मरीज की जांच प्रक्रिया में अहम बदलाव आ गए। इस खोज के बाद विश्वभर में चिकित्सा जगत में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की गई क्योंकि एक्स-रे तकनीक से टूटी हुई हड्डियों को आसानी से देखा जा सकता है। जिससे चिकित्सकों को मरीजों का इलाज करने में काफी सुविधा मिली। चिकित्सा पद्धति में होने वाले बदलावों के चलते अब सीटी स्कैन, एमआरआई, एंजियोग्राफी, अल्ट्रासाउंड जैसी रेडियोलॉजी तकनीक का प्रयोग किया जाने लगा है इससे न केवल डॉक्टर को मरीजों के उपचार में मदद मिलती है बल्कि मरीजों की आन्तरिक बीमारियों का विश्लेषण एवं इलाज भी किया जाता है। इस मौके पर प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर प्रणव राज बमराड़ा, शिवी शर्मा, ऋतुजा, अखिल, गांधी खाबा, नीरज, अंकित, श्वेता, दिव्यांशी, आदित्य, प्रगति, अल्का, कमल, आशीष, सुधीर, महावीर आदि मौजूद रहे।