चुराचांदपुर ,। प्रधानमंत्री मोदी का चुराचांदपुर पहुंचने पर स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने शहर के स्थानीय लोगों से बातचीत भी की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुराचांदपुर में 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। परियोजनाओं में 3,600 करोड़ रुपये से अधिक की मणिपुर शहरी सड़कें, जल निकासी और परिसंपत्ति प्रबंधन सुधार परियोजना शामिल हैं; 2,500 करोड़ रुपये से अधिक की 5 राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं; मणिपुर इन्फोटेक डेवलपमेंट (रूढ्ढहृष्ठ) परियोजना, 9 स्थानों पर कामकाजी महिला छात्रावास सहित अन्य।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, …मणिपुर के नाम में ही मणि है, ये वो मणि है जो आने वाले समय में पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाने वाली है। भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि मणिपुर को विकास के रास्ते पर तेजी से आगे ले जाएं। इसी कड़ी में मैं आज यहां आप सभी के बीच आया हूं। थोड़ी देर पहले इसी मंच से करीब 7 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास हुआ है। ये प्रोजेक्ट्स मणिपुर के लोगों की, यहां हिल्स पर रहने वाले ट्राइबल समाज की जिंदगी को और बेहतर बनाएंगे।
पीएम मोदी ने कहा हमें संतोष है कि हाल ही में द्धद्बद्यद्यह्य और 1ड्डद्यद्यद्ग4 में… अलग-अलग द्दह्म्शह्वश्चह्य के साथ समझौतों के लिए बातचीत हुई है।ये भारत सरकार के उन प्रयासों का हिस्सा है… जिसमें संवाद, सम्मान और आपसी समझ को महत्व देते हुए शांति की स्थापना के लिए काम किया जा रहा है।मैं सभी संगठनों से अपील करूंगा कि शांति के रास्ते पर आगे बढ़कर अपने सपनों को पूरा करें।मैं आपके साथ हूं… भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ है।
मोदी ने कहा, मणिपुर की धरती हौसलों और हिम्मत की धरती है…मैं मणिपुर के लोगों के जज्बे को सलाम करता हूं। आप सभी भारी बारिश के बावजूद यहां आए, मैं आपके इस प्यार के लिए आपका आभार व्यक्त करता हूं। भारी बारिश के कारण मेरा हेलीकॉप्टर नहीं आ पाया इसलिए मैंने सड़क मार्ग से आने का फैसला किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा हमारी सरकार के कार्यकाल में मणिपुर में रेल संपर्क का विस्तार किया जा रहा है। जिरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन जल्द ही राजधानी इंफाल को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी। इस पर 22,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। 400 करोड़ रुपये की लागत से बना नया इंफाल हवाई अड्डा हवाई संपर्क को नई ऊंचाइयां दे रहा है।
पीएम ने कहा ”मणिपुर एक सीमावर्ती राज्य है और यहां कनेक्टिविटी हमेशा एक बड़ी चुनौती रही है. मैं अच्छी सड़कों की कमी के कारण आपको होने वाली कठिनाइयों को पूरी तरह से समझता हूं. इसीलिए, 2014 से मैंने मणिपुर की कनेक्टिविटी को लगातार बेहतर बनाने पर जोर दिया है और इसके लिए भारत सरकार ने दो स्तरों पर काम किया है. पहला, हम मणिपुर में सड़क और रेलवे पर बजट बढ़ाते हैं. दूसरा, हमने गांवों को सड़कों से जोड़ने के प्रयास किए… पिछले कुछ वर्षों में 3,700 करोड़ रुपये खर्च किए गए.” मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर 8,700 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।