पुराने मद से हो संविदा कर्मचारियों के वेतन का भुगतान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : वन विभाग के दैनिक संविदा कर्मचारी संघ ने संविदा कर्मचारियों को पुराने मद से वेतन देने की मांग की है। कहा कि कर्मचारियों को पिछले आठ माह से वितन नहीं दिया गया है। ऐेसे में उनके समक्ष कई समस्याएं पैदा होने लगी हैं।
वन विभाग के दैनिक संविदा कर्मचारी संघ ने निजी आउटसोर्स के माध्यम से संविदा कर्मचारियों को वेतन दिए जाने का घोर विरोध किया। कहा कि कर्मचारियों को पुराने मद से ही वेतन का भुगतान किया जाना चाहिए। संघ के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रप्रकाश ने कहा कि शासन स्तर पर विगत 12 जुलाई को प्रदेश के समस्त वन विभागों को एक पत्र जारी किया गया है, उपनल कर्मियों को पुराने मद की बजाय नए बनाए गए मद (निजी आउटसोर्स) के माध्यम से वेतन दिए जाने के निर्देश दिए गए है। जिसका कि कर्मचारी संघ पुरजोर विरोध करता है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर पर कर्मचारियों को निजी आउटसोर्स से हटाकर उपनल में समायोजित किया था। लेकिन अब 12 वर्ष की सेवा दे चुके कर्मियों को फिर से निजी आउटसोर्स में डालने का षडयंत्र किया जा रहा है। जिसे संघ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने लैंसडौन वन प्रभाग से हटाए गए 80 दैनिक श्रमिकों को दोबारा सेवा में लिए जाने, उपनल कर्मियों को पांच माह का वेतन दिए जाने की मांग की है। मांग न जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर प्रदेश महामंत्री प्रदीप, कोटद्वार इकाई के मंत्री राजीव शर्मा, कुमांऊ मंडल उपाध्यक्ष रमेश जोशी, प्रदीप जुयाल, ताजबर सिंह, मोनिका चौहान, नरेश बहुखंडी, विकास नेगी, दीपक चौधरी, तृप्ति चमोली मौजूद रहे।