बीडीसी बैठक में नहीं आने वाले अधिकारियों का कटेगा वेतन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: कल्जीखाल ब्लॉक में बीडीसी की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने बैठक में पहुंचने वाले अधिकारियों का वेतन काटने के निर्देश दिए। वहीं, बैठक में सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य कई मुद्दे छाए रहे।
ब्लॉक प्रमुख कल्जीखाल बीना राणा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजित की गई। इस अवसर पर पौड़ी विधायक राजकुमार पोरी, जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे भी बैठक में मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी बैठकों में पूर्ण तैयारी के साथ आएं। उन्होंने कहा कि बैठक में जो निर्देश दिए गए हैं उनका अनुपालन करना सुनिश्चित करें। जिन-जिन विभागों में जो योजनाएं संचालित हैं उनकी जानकारी लोगों तक पहुंचाए। इस दौरान उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि बैठक में जो समस्या जनप्रतिनिधियों द्वारा अवगत कराई गई है, उसकी आख्या रिपोर्ट आगामी बैठक के एक माह पूर्व सम्बन्धित अधिकारियों से ले। जिससे अगली बैठक में उन समस्याओं पर हुई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। बैठक में अधिकतर शिकायतें विद्युत, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क सहित अन्य समस्याओं से रही। जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि तत्काल समस्याओं का समाधान करें। आयोजित बैठक में जो अधिकारी अनुपस्थित रहे जिलाधिकारी ने उन अधिकारियों का स्पष्टीकरण कर एक दिन वेतन रोकने के निर्देश दिए। विधायक राजकुमार पोरी ने कहा कि जिन-जिन समस्याओं पर चर्चा की गई है उनका समय से पूर्व निस्तारण करें। जिससे क्षेत्र के लोगों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। कहा कि समस्त अधिकारी अपने-अपने कार्यों का निरीक्षण भी करते रहें, जिससे कार्यों में तेजी लायी जा सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिस क्षेत्र में जो समस्या है उसका संज्ञान लेते हुए तत्काल समाधान करें। कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी अपनी समस्या रखें, जिससे उसका निस्तारण समय पर हो सकेगा। कहा कि अधिकारी व जनप्रतिनिधि समन्वय बनाकर कार्य करें। साथ ही कहा कि समस्त अधिकारी समय-समय पर आयोजित होने वाली ऐसी बैठकों में प्रतिभाग करें। जो अधिकारी बेहतर कार्य करेंगे उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। कहा कि बहुउद्देश्यीय शिविर लोगों की समस्याओं के निस्तारण के लिए लगाये जाते है अत:ं अधिकारी शिविरों में प्रतिभाग करें, जिससे लोगों की समस्याओं का निस्तारण हो सकेगा। आयोजित बैठक में जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में शौचालय, विद्युत, पेयजल, भवनों की जर्जर स्थिति तथा स्कूलों में शिक्षकों की रिक्त पदों से संबधिंत समस्याओं से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि क्षेत्र के समस्त विद्यालयों का निरीक्षण करें तथा वहां जो समस्या है उसका निस्तारण करें। संबधित समस्याओं को ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि 100 दिन के भीतर समस्त समस्याओं का समाधान हेतु जनप्रतिनिधियों को आश्वासन दिया। वहीं विद्युत विभाग से संबधित शिकायत पर जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि 15 दिन के भीतर खम्बों, झूल रहे तारों तथा अन्य छोटी-मोटी समस्याओं का निस्तारण करें। जिससे लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। साथ ही पेयजल की समस्या पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जिन-जिन कार्यों की डीपीआर, टेंडर, कार्य प्रारंभ तथा जहां कार्य प्रारंभ नहीं हुआ उसकी रिपोर्ट 15 दिवस के अंदर ब्लॉक प्रमुख के माध्यम से जनप्रतिनिधियों को प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने कहा कि जहां पुरानी पेयजल योजना बन्द हो गई है वहाँ तत्काल उसे सुचारू करना सुनिश्चित करें। बैठक में ग्राम प्रधान पल्ली द्वारा गांव में हैंडपंप की शिकायत की गई। जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारी को निर्देशित किया कि 15 दिन के भीतर हैंडपंप लगाने की कार्यवाही पूर्ण करें। इस दौरान उन्होंने पेयजल की अधिकांश शिकायतों पर निर्देशित किया कि निरीक्षण कर समस्याओं का समाधान करें। जिलाधिकारी ने समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन-जिन विभागों के क्षेत्र में जो कार्य चल रहे हैं उनका समय समय पर निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर प्रमुख संगठन के अध्यक्ष महेंद्र राणा, जिला विकास अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह चौहान, जेष्ठ उपप्रमुख अनिल नेगी, कनिष्ठ उप प्रमुख अर्जुन पटवाल, पीडी स्वजल दीपक रावत, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र सिंह चौहान, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, अधिशासी अभियंता जल संस्थान एस के रॉय, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खण्ड डी. पी. नौटियाल सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।