समूहों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर स्वरोजगार से जोड़ना सरकार का मुख्य उद्देश्य: सीडीओ
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तराखण्ड राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पौड़ी की ब्लॉक वार कार्य प्रगति की आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय की ओर से कार्यांवित एक गरीबी उन्मूलन परियोजना है, जो स्वरोजगार और ग्रामीण गरीबों के संगठन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य गरीबों को एसएचजी समूहों में संगठित किया जाना और उन्हें स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना है। सरकार का मुख्य उद्देश्य गठित समूहों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर स्वरोजगार से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि गठित कई समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं। बैठक में समूहों की समीक्षा कर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए हैं।
विकास भवन सभागार पौड़ी में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा कि एनआरएलएम के तहत स्वयं सहायता समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभिन्न योजनाओं के तहत जो भी कार्य किए जा रहे हैं, उनमें प्रशिक्षण दिलाया जाए। साथ ही अच्छा कार्य करने पर उनकी सफलता की कहानी भी सभी को बताई जाए। उन्होंने कहा कि जनपद के स्वयं सहायता समूह अच्छा कार्य कर रहे हैं। किए जा रहे कार्यों का दायरा और बढ़ाया जाए तथा स्वयं सहायता समूह को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने जनपद में संचालित स्वयं सहायता समूह को ऑर्गेनिक चाय, कंडाली की चाय, अगरबत्ती, डिजाइनर मास्क बनाने और उसकी पैकेजिंग पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ध्यान रहे पैकेजिंग में प्लास्टिक का इस्तेमाल न किया जाए और बनाए गए प्रोडक्ट की मार्केटिंग भी बेहतर ढंग से की जाए। मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों में भी स्वयं सहायता समूह को मदद दी जाए और मिलकर कार्य किया जाय। कहा कि स्वयं सहायता समूहों को जूस, अचार, दोना पत्तल, मशरूम आदि में भी बड़े स्तर पर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की ओर से जो कार्य किए जा रहे हैं। उनकी प्रेजेंटेशन बढ़िया होनी चाहिए। जिससे अन्य लोगों इस कार्य के प्रति प्रोत्साहित हो सके। उन्होंने कहा कि योजना के तहत कितने लोग लाभांवित हुए हैं। कितने परिवारों की आर्थिकी में सुधार हुआ है, का भी आंकलन भी किया जाना जरूरी है। इस अवसर पर पीडी संजीव कुमार रॉय, बीएमएम खिर्सू भारत सिंह बुटोला, कोट अलका भंडारी, बीरोंखाल सुषमा बिष्ट, यमकेश्वर अंकित थपलियाल, पाबौं सुनील कुमार, पोखड़ा विजय रावत, एबीडीओ मोहन लाल रतूड़ी, एकेश्वर विनोद कुमार, पोखड़ा कलावंती सुंद्रियाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।