संघर्ष समिति ने उठाई पेंशन विसंगितयों को दूर करने की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : पूर्व सैनिक संघर्ष समिति ने तीनों सेनाओं के अन्य पदों में समान पद के लिए समान पेंशन में आई विसंगितयों को दूर करने की मांग की है। इस संबध में समिति के सदस्यों ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि विभिन्न अध्ययनों के बाद जारी समान पद, समान पेंशन में कई विसंगितयां हैं, जिनका निस्तारण करना आवश्यक है। कहा कि तीनों सेनाओं के अन्य पदों में ऋणात्मक वृद्धि की गई है, जिससे विसंगतियां और बढ़ गई हैं। सैन्य अधिकारियों और अन्य पदों की पेंशन बढ़ोतरी प्रक्रिया में अलग-अलग मानक निर्धारित किए गए हैं, जबकि सभी सेनाएं एक जैसी परिस्थितियों में कार्य करते हैं। विकलांगता पेंशन जवानों व अधिकारियों को एक समान मिलनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। सभी प्रीमैच्योर पूर्व सैनिकों को समान पद पर समान वेतन का लाभ दिया जाना चाहिए था। एक्स ग्रुप को दो भागों में विभाजित कर दिया गया है, जबकि वे एक ही टेबल में समाहित होने चाहिए थे। वेतन व पेंशन निर्धारण के लिए गठित कमेटी में अन्य पदों को भी प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए था, जो वर्तमान में शून्य है। कहा कि उक्त बिंदुओं पर ध्यान न दिए जाने के कारण समान पद, समान पेंशन में विसंगितयां उत्पन्न हुई हैं। ज्ञापन में राष्ट्रपति से उक्त बिंदुओं पर केंद्र सरकार को मार्गदर्शन देने की अपील की गई है। ज्ञापन प्रेषित करने वालों में समिति अध्यक्ष महेंद्र पाल सिंह रावत, उपाध्यक्ष सुभाष कुकरेती, गोपाल सिंह, प्रमोद सिंह, रणजीत सिंह, प्रेम सिंह, कुबेर जलाल, बलवान सिंह और मदनमोहन आदि शामिल रहे।