खेल

बढ़ने वाली हैं संजू सैमसन की मुश्किलें

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नई दिल्ली । टी20 क्रिकेट में वापसी के बाद 6 मैचों के अंतराल में तीन शतक मारकर तहलका मचाने वाले संजू सैमसन एक बार फिर मुश्किल में पड़ सकते हैं। भारतीय टी20 टीम के स्टार खिलाड़ी संजू सैमसन ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक भी मैच नहीं खेला है। ट्रॉफी से पहले केरल ने अपना शिविर भी लगाया था, जिसमें संजू ने भाग नहीं लिया था। अब बीसीसीआई जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने वाला है, लेकिन उससे पहले बीसीसीआई संजू सैमसन के ऊपर इस बात की जांच बैठा सकता है कि उन्होंने घरेलू क्रिकेट में क्यों भाग नहीं लिया है। बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के लिए इस बात की सख्त हिदायत दी है कि घरेलू क्रिकेट से कोई भी खिलाड़ी भाग नहीं सकते, ऐसे में अब सैमसन मुश्किल में पढ़ सकते हैं। ईशान किशन और श्रेयस अय्यर को इसी तरह अनुशासनहीनता के कारण सेंट्रल कांट्रैक्ट से हाथ धोना पड़ा था।
संजू सैमसन को इंग्लैंड के खिलाफ भारत की टी20 टीम में शामिल किया गया है, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी और चयनकर्ता सैमसन के घरेलू क्रिकेट को छोड़ने के फैसले से खुश नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि घरेलू क्रिकेट प्रासंगिक बना रहे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) ने सैमसन द्वारा टूर्नामेंट से पहले तैयारी शिविर के लिए अपनी अनुपलब्धता व्यक्त करने के बाद विकेटकीपर को नहीं चुना। केसीए सचिव विनोद एस कुमार ने कहा था कि एसोसिएशन नहीं चाहता कि सैमसन की उपलब्धता पर अनिश्चितता के कारण कोई युवा अपनी जगह खो दे। फिलहाल वे दुबई में अपना ज्यादातर समय बिता रहे हैं।
बीसीसीआई संभवतः 19 जनवरी को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम की घोषणा करने वाला है। इससे पहले रिपोर्ट में सूत्र के हवाले से बताया गया है कि चयनकर्ता संजू सैमसन से एक वैध कारण चाहते हैं। वरना उन्हें वनडे सीरीज के लिए संजू के ऊपर विचार करना मुश्किल होगा। सैमसन का केसीए के साथ एक कड़वा इतिहास रहा है, लेकिन उन्हें घरेलू क्रिकेट में खेलने के लिए इसे सुलझाना होगा। ऐसा नहीं हो सकता कि राज्य संघ और उनके बीच कोई गलतफहमी हो और वह खेल के समय से चूक जाएं। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी से पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में राज्य की टीम की ओर से शिरकत की थी।” सैमसन ने 2015 में टी20 डेब्यू किया था, जबकि 2024 तक वे केवल 37 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल पाए हैं। उनको दरकिनार किए जाने की वजह से एकदिवसीय मुकाबलों में भी उन्हें 2021 में जाकर मौका मिला था। अब एक बार फिर उनके लिए मुश्किल बढ़ सकती है।

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