संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन
हरिद्वार। संस्कृत संवर्धन मंच और उत्तराखंड संस्कृत अकादमी ने मंगलवार को संयुक्त रूप से अकादमी परिसर में संस्कृत छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया। संयोजक डा. भारती शर्मा ने संस्कृत मंच के उद्देश्य और लक्ष्य से सदन को अवगत कराते हुए कहा कि संस्कृत लुप्त हंसा हो इससे पहले जनमानस इतना सजग हो कि जनगणना के समय अपनी मातृभाषा संस्कृत बताये। अकादमी के उपाध्यक्ष डा प्रेमचंद शास्त्री ने संस्कृत संवर्धन मंच का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि सामने से छोटा दिखने वाला यह प्रयास बहुआयामी सिद्ध होगा। उक्त 8 छात्रायें भविष्य की गार्गी और अपाला सिद्ध हो ऐसा मेरा संकल्प और विश्वास है। अकादमी के सचिव डा. आनंद भारद्वाज ने पूर्व राष्ट्रपति डा अब्दुल कलाम के शब्दों को याद करते कहा कि सपने वे होते हैं जो आपको सोने नहीं देते हैं तथा हमें चर्चा करनी चाहिए कि हम क्या हैं उससे पहचाना चाहिए। इससे पहले डा. प्रेमचन्द शास्त्री, डा. आनन्द भारद्वाज, डा. भारती शर्मा, डा. हरीश गुरुरानी, नवल किशोर पन्त, सुधान्शु शर्मा ने सरस्वती देवी के सामने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। डा. हरीश गुरुरानी ने सफलपूर्वक मंच संचालन किया। उन्होंने छात्राओं और अभिभावकों को विशेष रूप से साधुवाद किया और जो यह छात्रायें अकादमी के प्रागंण तक पंहुची हैं। संस्कृत संवर्धन मंच के अध्यक्ष नवल किशोर पन्त ने सभी का आभार जताया।
इन्हें मिला सम्मान- डा. प्रेमचन्द शास्त्री, डा. आनन्द भारद्वाज, कन्हैया राम सार्की ने केकेपी इण्टर कालेज, मंगलौर से सलोनी, मारवाड़ कन्या पाठशाला इण्टर कॉलेज से सीमा, योगी मंगलनाथ सरस्वती इण्टर कॉलेज, रुड़की से रिया वर्मा, कन्या पाठशाला इण्टर कॉलेज, गणेशपुर, रुड़की से महक व डोली कश्यप, श्री सत्यनारायण मन्दिर इण्टर कॉलेज, मखदुमपुर से प्रीति, केवल कन्या पाठशाला इण्टर कॉलेज, मंगलौर से नेहा रावत और रिया चौधरी को सम्मानित किया।