सरकार पर कोटद्वार की उपेक्षा का लगाया आरोप, स्थानीय विधायक का मांगा इस्तीफा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार कोटद्वार के साथ भेदभाव कर रही है। कोटद्वार में विकास कार्यों के लिए बजट नहीं दिया जा रहा है। जिससे विकास कार्य पूर्ण रूप से ठप पड़े हुए है। कोटद्वार की जनता अपने को ठगा हुआ महसूस कर रही है। कार्यकर्ताओं ने जल्द ही कोटद्वार में विकास कार्यों के लिए बजट जारी नहीं होने पर मुख्यमंत्री आवास में धरना देने की चेतावनी दी। उन्होंने कोटद्वार विधानसभा का कुशल नेतृत्व करने में असफल रहे स्थानीय विधायक एवं काबीना मंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है।
गोविन्द नगर में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में विकास का जो खाका तैयार किया गया था, उसे भाजपा सरकार द्वारा पूर्ण रूप से तहस-नहस कर दिया है। कोटद्वार विधानसभा मुख्यमंत्री और स्थानीय विधायक एवं काबीना मंत्री की अहम की लड़ाई में पिसती जा रही है। इसी कारण कोटद्वार में विकास कार्य नहीं हो रहे है। उन्होेंंने कहा कि सिर्फ कागजों में नगर निगम बनाकर रख दिया है, जबकि निगम के मानको के अनुसार बजट नहीं दिया जा रहा है। कोटद्वार विधानसभा विकास की दौड़ में पिछड़ गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा बेस अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करने, लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग, मेडिल कॉलेज, केन्द्रीय विद्यालय स्थापित करने का वादा कर सत्ता में आई थी, लेकिन भाजपा सरकार का चार साल का कार्यकाल पूर्ण होने वाला है और सरकार ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। बैठक में बीरेन्द्र चौधरी, प्रवेश रावत, दिनेश अग्रवाल, सुरेन्द्र सिंह, संजीव कुमार, दिनेश चौहान, आनन्दमणि भट्ट, सौरभ रावत, दीपक कुमार, अनिल सिंह, प्रशान्त, सारिक, यूनूस, अमरदीप, महेन्द्र, धनेश आदि उपस्थित रहे।