सरकार प्रवासियों को ऋण नहीं अनुदान दे: कण्डारी
रुद्रप्रयाग। पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कण्डारी ने कहा कि सरकार प्रवासियों को स्वरोजगार के नाम पर ऋण नहीं पांच लाख रुपये तक का अनुदान दे। उन्होंने जखोली के तहत ग्राम पंचायत मखेत निवासी रवीन्द्र सिंह की 130 मुर्गी वन्य जीव द्वारा खाने पर वन विभाग से मुआवजा देने की मांग की है। विकासखंड जखोली के दौरे पर आए पूर्व कैबिनेट मंत्री और रुद्रप्रयाग के पूर्व विधायक मातबर सिंह कण्डारी ने आश्रम मखेत घरड़ा कोटि धान्यौं मोटर मार्ग पर निर्माण के 6 साल बाद भी डामरीकरण न होने पर शीघ्र डामरीकरण करने के साथ ही मखेत व घरड़ा के बीच मोटर पूल निर्माण करने की मांग की है। जखोली क्षेत्र भ्रमण के बाद जाखणी में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री मातबर सिंह कण्डारी ने कहा कि सरकार को कोविड-19 के चलते अपना रोजगार खो चुके प्रवासियों को स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने के लिए ऋण नहीं 5 लाख रुपये तक का अनुदान देने चाहिए ताकि प्रवासी बेरोजगारों को रोजगार मुहैया हो सके। उन्होंने कहा कि जखोली के महर गांव में प्रवीन्द्र सिंह पुत्र गम्भीर सिंह ने स्वरोजगार के लिए उद्योग विभाग से ऋण लेने के लिए आवेदन किया था, किन्तु बैंक ऋण देने में आनाकानी कर रहा है, जिससे उन्हें अब तक ऋण नहीं मिल पाया है। उन्होंने सरकार से प्रवासियों को स्वरोजगार योजनाओं से जोड़ने के लिए ऋण नहीं पांच लाख रुपये देने की मांग की है। पूर्व कैबिनेट मंत्री कण्डारी ने पर्यटन विकास के लिए जखोली ब्लाक सहित रुद्रप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन स्थल चिरबिटिया, कपणियां, बच्चवाड़, जखोली, फतेड़ु, सिद्धसौड़, मठियाणाखाल, घंघासू, हरियाली, बचणस्यूं आदि स्थानों पर होम स्टे योजना के अंतर्गत ये स्थान विकसित करने चाहिए ताकि पर्यटन विकास के साथ साथ पलायन रुके। पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कण्डारी ने अपने शासन काल में स्वीकृत राजकीय पालीटेक्निक जखोली व राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान चिरबटियां को बंद करने पर सरकार को कोसते हुए कहा कि यदि ये संस्थान बंद किए गए तो वे जनता के सहयोग से जनांदोलन करेंगे। उन्होंने भाजपा सरकार के अब तक के कार्यकाल को जनविरोधी व विकास विरोधी बताते हुए जनता से क्षेत्रीय समस्याओं पर एकजुट होने की अपील की। इस दौरान उन्होंने कपणियां, बच्चवाड़, जखोली, मयाली, बजीरा, अमकोटी, बुढना, चिरबटियां आदि स्थानों पर लोगों की समस्याएं सुनी।