सरकारी संस्थानों के निजीकरण व महंगाई के खिलाफ उक्रांद का प्रदर्शन

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अल्मोड़ा। उत्तराखंड क्रांति दल ने बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और संस्थानों के निजीकरण के विरोध में शुक्रवार को नगर में प्रदर्शन किया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में धरना दिया और इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि भाजपा शासन में हर रोज बढ़ रहीं महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। कोरोना के माहौल में जनता पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रही है। पिछले तीन माह में रसोई गैस के दाम 225 रुपये बढ़ गए हैं। इससे साफ है कि महंगाई किस हद तक बढ़ते जा रही है। कुछ समय से गैस सिलेंडर की सब्सिडी आना भी बंद हो गई है। डीजल पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। इससे रोजमर्रा के उपयोग के सामान लोगों की पहुंच से बाहर होते जा रहे हैं। यातायात में भी किराया बढ़ने से लोग परेशान हैं। सरकार महंगाई रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी चरम सीमा पर है। सरकार रोजगार सृजन तो नहीं कर रही है लेकिन पहले से रिक्त पदों को समाप्त करने में तुली हुई है। स्थायी पदों पर आउटसोर्स के नाम पर बेरोजगारों का खुला शोषण हो रहा है। पार्टी इसके खिलाफ संघर्ष जारी रखेगी। वक्ताओं में जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, ब्रह्मानंद डालाकोटी, महेश परिहार, दिनेश जोशी, गोपाल मेहता, गिरीश नाथ गोस्वामी, हरीश जोशी, भानुप्रकाश जोशी, दौलत सिंह, गोपाल सिंह बनौला, कमलेश जोशी, कुंदन सिंह, पूरन सिंह, त्रिलोक सिंह, अर्जुन सिंह नैनवाल, बसंत लाल, केशर सिंह, तारी राम, रजत, प्रेमबल्लब कांडपाल, बिशन सिंह, सूरज सिंह आदि मौजूद रहे।
ये उठाई मांग: महंगाई रोकने के लिए सरकार से कारगर उपाय करने, बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए सभी सरकारी रिक्त पदों को भरने, निजी उद्योगों मे जीवन यापन योग्य वेतनमान निर्धारित करने, सरकारी उपक्रमों के निजीकरण पर रोक लगाने की मांग की। इसके अलावा आंदोलनकारियों को 15 हजार रुपये मासिक पेंशन करने ओर क्षैतिज आरक्षण बहाल करने की भी मांग की गई।

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