सरुली मेरु जिया लगी गे तेरी रौत्याली मुखडी मा..
कण्वाश्रम में आयोजित बसंत महोत्सव के चौथे दिन जागर सम्राट की प्रस्तुति ने मोहा मन
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कण्वाश्रम में चल रहे बसंत महोत्सव के चौथे दिन जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान दर्शक भरतवाण के गीतों व जागरों पर झूमते हुए नजर आए।
कण्वाश्रम में चल रहे चार दिवसीय महोत्सव का बुधवार को समापन हो गया। महोत्सव में सुबह से ही क्षेत्रवासियों की भीड़ उमड़ी हुई थी। महोत्सव में विभिन्न दुकानें भी सजाई गई थी। विद्यालयों के बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। इसके उपरांत दोपहर के समय जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने अपनी प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रीतम भरतवाण ने ‘तिबरी मा बैठी होली सोंजडया..’, ‘हिट बंसती…’, ‘नारैनी मेरी माता भवानी..’, ‘सरुली मेरू जिया लगीगे..’, सहित मेरी राज राजेश्वरी जागर की प्रस्तुति दी। समिति के अध्यक्ष राजगौरव नौटियाल ने कहा कि प्रत्येक वर्ष कण्वाश्रम में बसंत पंचमी महोत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इसके तहत विद्यार्थियों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेल प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाती हैं। इस मौके पर मेला संयोजक मंजुल डबराल, वीरेंद्र भारद्वाज, सौरभ नौटियाल, मनीष भट्ट, गौरव जोशी आदि मौजूद रहे।