सल्ट उपचुनाव: भाजपा ने फिर लहराया परचम, महेश जीना ने कांग्रेस प्रत्याशी गंगा पंचोली को दी मात
भिकियासैंण ।भाजपा ने सल्ट उप चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। पार्टी प्रत्याशी महेश जीना विजयी घोषित हुए हैं। प्रदेश में हुए पिछले दो उप चुनावों से यह फासला कहीं अधिक है। भाजपा प्रत्याशी महेश जीना ने कांग्रेस की प्रतिद्वंदी गंगा पंचोली को हराया हैं। शेष पांच उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है। उनके मिले मत नोटा से कम हैं। यहां वोटरों ने नोटा का बटन दबाया है। जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने मतगणना के बाद रविवार को देर सायं चुनाव परिणामों की औपचारिक घोषणा की। भाजपा को दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना के प्रति सहानुभूति ही यहां जीत का मुख्य कारण बताया जा रहा है।हालांकि सरकार व भाजपा संगठन ने भी चुनाव को पूरी गंभीरता से लिया था। कांग्रेस में प्रत्याशी चयन के समय बनी स्थिति से भी चुनाव पर असर हुआ है। हालांकि प्रत्याशी गंगा पंचोली ने चुनाव में भिटौली के बहाने सहानुभूति को अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की थी। पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी स्वास्थ्य खराब होने के बावजूद सल्ट पहुंच कर चुनावी सभाएं की। पहलीबार कांग्रेस ने बूथ प्रबंधन कर पूरी गंभीरता से उप चुनाव में प्रतिभाग किया था लेकिन पार्टी बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकी। अन्य पांच उम्मीदवारों में से किसी कोई भी एक हजार का आंकड़ा नहीं टू सका है।
सल्ट विधानसभा उपचुनाव में प्रचंड मतों से जीत हासिल करने पर भाजपा प्रत्याशी माननीय श्री महेश चंद्र जीना जी को हार्दिक शुभकामनाएं। मैं भगवान बदरी विशाल और बाबा केदार से आपके सफल कार्यकाल की मंगल कामना करता हूं। सल्ट उप चुनाव ने 2107 में हुए आम चुनाव के परिणामों को एक बार फिर से दोहराया है। भाजपा व कांग्रेस को छोड़ अन्य 9 उम्मीदवार एक हजार का आंकड़ा नहीं टू सके थे। जबकि 812 ने नोटा बटन दबाया था जोकि अन्य से अधिक रहा था। इस बार भी महेश जीना व गंगा पंचोली के अलावा पांच उम्मीदवार मैदान में रहे।
महेश जीना 17 दिन के प्रचार में विधायक बन गए
भिकियासैंण। सल्ट के विजयी उम्मीदवार महेश जीना मात्र 17 दिन के सक्रिय प्रचार से विधायक बन गए। उनका नाम नामांकन के आखिरी दिन यानि 30 मार्च को घोषित किया गया। नामांकन के बाद ही वह औपचारिक तौर पर वोट मांगने के लिए जनता के बीच गए। हालांकि नवंबर माह में भाई सुरेंद्र सिंह जीना के निधन के बाद से यह सीट खाली हो गई थी। सुरेंद्र जीना की पत्नी का भी उनसे पहले निधन हो गया था। इसके बाद जीना परिवार सदमे में रहा। इधर उप चुनाव की तैयारी के बीच महेश जीना क्षेत्र में सक्रिय हो गए थे। लेकिन नामांकन के आखिरी दिन तक पार्टी ने प्रत्याशी को लेकर पत्ते नहीं खोले थे। इस बीच उनकी शानदार जीत हुई है। सल्ट क्षेत्र में भाई के प्रति लोगों के स्नेह के साथ सरकार व पार्टी आला कमान के सहयोग से उन्होंने जीत का रिकार्ड भी बना दिया है।