बरसात सिर पर, डरा रहा सतपुली-दुधारखाल मार्ग
पिछले कई माह से बदहाल स्थिति में पड़ा है सतपुली-दुधारखाल मार्ग
लोगों की शिकायत के बाद भी मार्ग मरम्मत की सुध नहीं ले रहा सिस्टम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: पग-पग पर खतरा, यहां जीवन पर भारी पड़ सकता है सफर। हम बात कर रहे हैं सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग की। दरअसल, वर्षों से बदहाल पड़े इस मोटर मार्ग पर बड़ा हादसा हो जाए, कहा नहीं जा सकता। 25 किलोमीटर के इस सफर में यात्रा के दौरान वाहन चालक व यात्रियों की सांसे अटकी रहती हैं। मार्ग में कई स्थानों पर पहाड़ी से बोल्डर भी गिर रहे हैं। बरसात के समय मार्ग पर हादसों का अंदेशा बना हुआ है।
दुधारखाल क्षेत्र की सैकड़ों ग्रामसभाओं को सतपुली कस्बे से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण करवाया गया था। सतपुली मुख्य बाजार आने व जाने के लिए ग्रामीणों के पास यही केवल एकमात्र मार्ग है। ऐसे में बदहाल पड़ा यह मार्ग सफर के दौरान ग्रामीणों को डरा रहा है। दरअसल, वर्ष बरसात के दौरान सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर गए थे। साथ ही कई स्थानों पर सड़क का अधिकांश हिस्सा भी ढह गया था। लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी की मदद से बोल्डर तो हटा दिए थे। लेकिन, क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत की सुध नहीं ली। नतीजा, मार्ग पर डामर की जगह बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीण मनमोहन सिंह ने बताया कि यह मार्ग सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग घेरूवा, टसीला, बबीना, कोटा, तोली, मोली सकते 60 से अधिक गांव को जोड़ता है। ऐसे में मार्ग की अनदेखी सिस्टम की लापवाही को दर्शाता है।
बरसात में बढ़ेगी दिक्कत
समय से मार्ग की मरम्मत नहीं होने से कुछ माह बाद बरसात के समय समस्याएं बढ़ सकती हैं। कई स्थानों पर पहाड़ी पर बोल्डर फंसे हुए दिखाई दे रहे हैं। सड़क का आधा टूटा हिस्सा भी कब पूरी तरह खाई में समा जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। जबकि, पूर्व में बरसात के दौरान मलबा आने से सड़क कई दिन तक बंद भी रही। ऐसे में दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामीणों का सतपुली बाजार से संपर्क पूरी तरह टूट जाता है।
सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग बदहाल स्थिति में होने की जानकारी मिली है। इस संबंध में जल्द ही अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। बरसात से पूर्व ही व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। …तीरथ सिंह रावत, गढ़वाल