बदहाल स्थिति में पहुंचा सतपुली-दुधारखाल मार्ग, सिस्टम ने फेरा मुंह
25 किलोमीटर के सफर में हर समय बना रहता है हादसों का अंदेशा
शिकायत के बाद भी मार्ग मरम्मत की सुध नहीं ले रहा जिम्मेदार विभाग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: यदि आप सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग पर सफर कर रहे हैं, तो जरा सावधान हो जाएं। दरअसल, बदहला स्थिति में पहुंचा यह मार्ग कब अपकी जिंदगी पर भारी पड़ जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। मार्ग पर जगह-जगह बने गड्ढे व पहाड़ से गिर रहे बोल्डर सड़क हादसों को न्यौता दे रहे है। शिकायत के बाद भी जिम्मेदार विभाग मार्ग मरम्मत की सुध नहीं ले रहा। नतीजा 25 किलोमीटर के इस सफर में यात्रा के दौरान वाहन चालक व यात्रियों की सांसे अटकी रहती हैं।
दुधारखाल क्षेत्र की सैकड़ों ग्रामसभाओं को सतपुली कस्बे से जोड़ने के लिए सड़क निर्माण करवाया गया था। सतपुली मुख्य बाजार आने व जाने के लिए ग्रामीणों के पास यही केवल एकमात्र मार्ग है। ऐसे में बदहाल पड़ा यह मार्ग सफर के दौरान ग्रामीणों को डरा रहा है। दरअसल, वर्ष बरसात के दौरान सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर गए थे। साथ ही कई स्थानों पर सड़क का अधिकांश हिस्सा भी ढह गया था। लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी की मदद से बोल्डर तो हटा दिए थे। लेकिन, क्षतिग्रस्त सड़क मरम्मत की सुध नहीं ली। नतीजा, मार्ग पर डामर की जगह बड़े-बड़े गड्ढे दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीण मनमोहन सिंह ने बताया कि यह मार्ग सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग घेरूवा, टसीला, बबीना, कोटा, तोली, मोली सकते 60 से अधिक गांव को जोड़ता है। ऐसे में मार्ग की अनदेखी सिस्टम की लापवाही को दर्शाता है।
तो बरसात में होगी दिक्कतें
समय से मार्ग की मरम्मत नहीं होने से कुछ माह बाद बरसात के समय समस्याएं बढ़ सकती हैं। कई स्थानों पर पहाड़ी पर बोल्डर फंसे हुए दिखाई दे रहे हैं। सड़क का आधा टूटा हिस्सा भी कब पूरी तरह खाई में समा जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता। जबकि, पूर्व में बरसात के दौरान मलबा आने से सड़क कई दिन तक बंद भी रही। ऐसे में दूरस्थ क्षेत्र के ग्रामीणों का सतपुली बाजार से संपर्क पूरी तरह टूट जाता है।
सतपुली-दुधारखाल मोटर मार्ग बदहाल स्थिति में होने की जानकारी मिली है। इस संबंध में जल्द ही अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे। बरसात से पूर्व ही व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। …तीरथ सिंह रावत, गढ़वाल सांसद