स्वयंसेवियों ने की प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई
बागेश्वर। गर्मी और मानसून के दौरान कई बीमारियों के बढ़ने का अंदेशा रहता है। जिनमें से अधिकांश बीमारियां दूषित पानी व मक्खी, मच्छरों से होती है। जिसे देखते हुए मेलाडुंगरी और घांघली में स्वयंसेवियों ने प्राकृतिक जल स्रोतों की सफाई की। लोगों से अपने घर और आसपास के क्षेत्रों की नियमित सफाई करने को कहा। रेडक्रॉस के स्वयंसेवी प्रमोद जोशी के नेतृत्व में युवाओं की टीम ने मेलाडुंगरी गांव से सफाई अभियान की शुरूआत की। उन्होंने दो नौलों की सफाई की। उनके आसपास उगी झाड़ियों को काटकर साफ किया। नौले के भीतर लग रही काई को भी साफ किया। जिसके बाद टीम घांघली गांव पहुंची। वहां के दो प्राकृतिक जल स्रोतों को भी साफ किया। उन्होंने बताया कि गर्मी के दिनों में पेयजल योजनाएं सूखने लगती हैं। नलों से पानी आना बंद हो जाता है। ऐसे समय में इन प्राकृतिक जल स्रोतों पर ही लोगों की निर्भरता हो जाती है। जिसे देखते हुए इन स्रोतों को साफ रखना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गर्मी और बरसात के दिनों में जल जनित बीमारियां बढ़ जाती हैं। जिन्हें रोकने के लिए भी इन स्रोतों को साफ रखना जरूरी है। स्वयंसेवियों ने सभी ग्रामीणों से अपने घर, गांव और जल स्रोतों को नियमित साफ रखने को कहा। लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक होने की अपील की। इस मौके पर अर्चना भंडारी, सपना भंडारी, सौरभ सिंह, हिमांशु भंडारी, प्रमोद किरमोलिया आदि मौजूद रहे।