पिथौरागढ़। सीमांत जिले के जंगलों में लग रही आग थमने का नाम नहीं ले रही है। जिला मुख्यालय से लेकर बेरीनाग, झूलाघाट, गंगोलीहाट में दिन पर दिन आग की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। जंगलों में लग रही आग को रोकने में प्रशासन लाचार और बेबस साबित हो रहा है। हालात यह है कि जंगल की आग बंद हो चुके सरकारी स्कूल तक को अपने आगोश में ले चुकी है। थल के नापड़ नैनीथल स्थित जंगल में बीती रात एकाएक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की चपेट में नैनीथल प्राथमिक विद्यालय का भवन भी आ गया। ग्राम प्रधान त्रिलोक थापा ने बताया कि कोरोना काल में विद्यालय बंद हो गया था। वनाग्नि से स्कूल भवन की छत जलकर राख हो गई है। इधर चौसाला गांव में जंगल की आग फैलकर प्रेम सिंह, दीवान सिंह और बहादुर सिंह के आवासीय मकान के आंगन तक पहुंच गई। इससे ग्रामीणों में हडकंप मच गया। रात एक बजे तक ग्रामीण आग बुझाने में जुटे रहे, तब कहीं आग पर काबू पाया जा सका। ग्रामीणों का आरोप है कि विभाग को सूचना देने के बावजूद भी आग बुझाने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।