बाघ प्रभावित क्षेत्र में 2 मई तक बंद रहेगें स्कूल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : रिखणीखाल और धुमाकोट ब्लॉक के बाघ प्रभावित क्षेत्र में आगामी 2 मई तक स्कूल बंद रहेगें। जिलाधिकारी ने इस संबंध में आदेश जारी किये है। बाघ के उक्त क्षेत्रों में सक्रिय होने के कारण लोग दहशत में जी रहे है। उक्त क्षेत्र मेें विगत 17 अप्रैल से रात्रि कफ्र्यू भी लगा हुआ है।
बाघ प्रभावित क्षेत्रों के लिए जिलाधिकारी ने ताजा आदेश करते हुए स्कूलों को 2 मई तक के लिए बंद कर दिया है। यहां बच्चों का पठन-पाठन ऑन लाइन ही हो रहा है। वन विभाग की टीमें यहां गश्त पर है, लेकिन बाघ की कोई गतिविधि नजर नहीं आई है। हालांकि नैंनीडांडा ब्लाक के उमटा की ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी ने बताया कि घुड़कंद समेत भेड़गांव तल्ला और भेड़गांव मल्ला में बाघ दिखाई दे रहा है। जिसके चलते ग्राम सभा में की बाघ की दहशत बरकरार है। जिसके चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते शुक्रवार को भेड़गांव मल्लल्ला में स्व. प्रेमसिंह की पत्नी लक्ष्मी देवी के एक मवेशी को बाघ ने निवाला बना दिया। डीएफओ गढ़वाल स्वपनिल अनिरुद्ध ने बताया कि ग्रामीणों की सूचना पर घुडकंद में एक और पिंजरा भी लगा दिया गया है। गढ़वाल वन प्रभाग सहित कलागढ़ टाइगर रिजर्व और लैसडौंन वन प्रभाग की टीमें बाघ प्रभावित क्षेत्र में गश्त कर रही हैं। हालांकि टीम को बाघ दिखाई नहीं दिया है। ग्रामीणों को पूरी सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। अभी तक रिखणीखाल क्षेत्र से ही एक बाघ वन विभाग ने पकड़ा है। दो बाघ अभी भी यहां सक्रिय है। बताया कि बच्चों के पठन पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। कहा कि जिला प्रशासन की ओर से ऑनलाइन पढ़ाई का फॉर्मेट चलाया जा रहा है। जिसमें भी बच्चों को नेटवर्क की दिक्कतें झीलनी पड़ रही हैं।