जहरीली शराब से सात की मौत, एसओ सहित चार सस्पेंड, डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के दिए आदेश
हरिद्वार। पंचायत चुनाव के बीच पथरी थानाक्षेत्र के फूलगढ़ और शिवगढ़ में जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गई। एक ग्रामीण के साथ मारपीट की घटना भी सामने आई है। अगल-बगल के दो गांवों में चार मौत शनिवार को हुई। तभी गुरुवार और शुक्रवार को तीन मौत और होने की जानकारी सामने आई। वहीं, जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए। एसडीएम सदर करेंगे जांच एक हफ्ते में देंगे जांच रिपोर्ट।
हालांकि, प्रशासन ने जहरीली शराब से मौत होने की बात से इन्कार किया है। इसके बावजूद, पथरी थानाध्यक्ष सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए जांच के लिए एसआइटी गठित कर दी गई है। पुलिस ने तीन प्रत्याशियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। शराब के धंधेबाजों की तलाश में दबिशें दी जा रही है। दोनों गांवों में मातम पसरा हुआ है।
हरिद्वार जिले के देहात में कच्ची शराब बनाने और तस्करी करने का धंधा बड़े पैमाने पर होता है। तीन साल पहले फरवरी 2019 में भगवानपुर और झबरेड़ा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों में जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा ग्रामीणों की मौत हो गई थी।
हरिद्वार जिले में इन दिनों पंचायत चुनाव की सरगर्मी चल रही हैं और प्रत्याशी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उनकी पसंद के मुताबिक कच्ची, देसी और अंग्रेजी शराब पिला रहे हैं।
सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा योगेंद्र सिंह रावत, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एसपी देहात परमेंद्र डोबाल सहित आला अधिकारियों ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी जुटाई।
आस-पास के थानों की पुलिस टीमें भी गांव में बुला ली गई और प्रत्याशियों व कच्ची शराब का धंधा करने वालों के घरों व ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई। पुलिस ने तीन जिला पंचायत सदस्य व प्रधान पद के तीन प्रत्याशियों को हिरासत में लिया हुआ है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जहरीली शराब कहां बनी, कहां से लाई गई थी और किसने बांटी, इन सारे बिंदुओं पर छानबीन करते हुए आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं। पूरे मामले की जांच के लिए एएसपी रेखा यादव के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गई है। अन्य पुलिस टीमें भी धरपकड़ में लगाई गई हैं।